तकनीकी समस्या के कारण शालाओं में हडकंप
यू-डायस क्रमांक में शाला के जीआईएस मैपिंग की शुरुआत

अमरावती /दि.23– राज्य शासन के निर्देशानुसार संपूर्ण राज्य के सभी यू-डायस क्रमांक में शाला का जीआईएस मैपिंग शुरु किया गया. शिक्षण आयुक्त की ऑनलाइन बैठक में इस बाबत सभी संबंधित अधिकारियों को और शालाओं को आवश्यक सूचना दी गई थी. उसे प्रत्यक्ष में अमल में लाने के लिए अनेक तकनीकी समस्या निर्माण होने से शाला प्रशासन में हडकंप मच गया.
राज्य शासन द्वारा जीआईएस मैपिंग के लिए ‘महास्कूल जीआईएस 1.0’ यह विशेष एप तैयार किया गया है. वह प्ले स्टोअर में उपलब्ध न रहने से उसकी एपीके फाइल शाला को स्वतंत्र रुप से वितरीत की गई थी. कुछ शालाओं को यह फाइल समय पर नहीं मिली, जबकि कुछ स्थानों पर मोबाइल के प्ले प्रोटेक्ट सेटींग के कारण एप इंस्टॉल करते हुए दुविधा निर्माण हुई. कुछ शाला में लॉगिन करते समय समस्या, नेटवर्क समस्या, ओटीपी समय पर न आना, एप हैंग होना और फोटो अपलोड करते समय तृटी आदि अनेक समस्या निर्माण हुई. प्रत्येक शाला द्वारा संस्था के सामने का दृश्य, कुल परिसर, रसोई घर, स्वच्छ पेयजल, छात्र-छात्राओं के लिए स्वतंत्र शौचालय का जीओ टैग किया फोटो अपलोड करना आवश्यक था. लेकिन एप की कार्यक्षमता में समस्या आने के कारण अनेक शाला का जीआईएस मैपिंग अधूरा रहा. मुख्याध्यापक व शिक्षकों ने इस पर तीव्र निराशा व्यक्त की है. तकनीकी समस्या के साथ ही काम का तनाव बढा है. नियोजन में सुसुत्रता न रहने से समय बर्बाद हुआ, ऐसी प्रतिक्रिया अनेक शिक्षकों ने दी. केवल एक दिन में सभी शाला का मैपिंग पूर्ण करने के आदेश के कारण अनेकों को परेशान होना पडा. एप की गडबडी के कारण व जीआईएस मैपिंग शाला में ही करना पड रहा है. इसके अलावा कुछ स्थानों पर शाला में रेंज न रहने से जीआईएस मैप नहीं हो रहा है. इस कारण प्रशासन द्वारा जीआईएस मैपिंग करने के लिए दूसरा कोई पर्याय सूचित करने का आवाहन प्राथमिक शिक्षक समिति के राज्य प्रसिद्धि प्रमुख राजेश सावरकर ने किया है.