अमरावती

घंटागाडी के जीपीएस पर उठ रहे सवाल

अनेक वाहनों द्वारा कचरा इकठ्ठा नहीं करने की मिल रही शिकायते

अमरावती/प्रतिनिधि दि.७ – मनपा प्रशासन की ओर से एक वर्ष पहले कचरा इकठ्ठा करनेवाले वाहनों पर निगरानी रखने के लिए इन वाहनों को जीपीएस प्रणाली से जोडा गया था. जिनका मॉनिटरिंग स्वच्छता विभाग के माध्यम से किया गया. पूरी तरह से कचरा संकलन प्रणाली में पारदर्शकता लाने के अलावा नागरिकों की शिकायतोें का तत्काल निराकरण किया जा सके. इसके लिए यह यंत्रणा क्रियान्वित की गई है. फिर भी कचरा संकलित नहीं किये जाने की शिकायतें बढने से कचरा वाहनों पर लगाई गई जीपीएस प्रणाली पर भी सवालिया निशान उठने लगे है.
यहां बता दें कि, ठेकेदारों द्वारा कचरा संकलन का कार्य पूरी ईमानदारी से किया जाये, यहीं एकमात्र उद्देश्य है. इसी आधार पर उनका प्रतिमाह का वेतन का बिल निकाला जाता है. दिनभर में कितनी फेरियां लगायी गयी और कितने इलाकों से कचरा संकलित किया गया, इसकी विस्तृत जानकारी स्वच्छता विभाग के बडी एलईडी स्क्रीन पर दर्ज करायी जाती है, जो कचरा कंटेनर वाहन जगह से नहीं निकला है, उस वाहन का बिल भी नहीं निकाला जाता. अनेक मर्तबा ठेकेदार यह स्वयं निर्धारित किये गये प्रक्रिया अंतर्गत काम करते है और ठिकरा मनपा पर फोडा जा रहा है. जिससे लाखों रूपये खर्च कर तैयार की गई यंत्रणा कितनी परिणामकारक है, इस पर भी सवालियां निशान उठाये जा रहे है. इस यंत्रणा से कचरा ठेकेदारों द्वारा भेजे जा रहे अव्वा-सव्वा बिल पर भी अंकुश लगा है. मनपा में कचरे का मुद्दा यह फिलहाल गरमाया हुआ है. ऐसे में घंटागाडी ट्रेकिंग प्रणाली को और बेहतर करने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है. वजह यह है कि, कचरा यह रोजाना निकलता है. एक दिन भी यदि कचरा नहीं उठाया जाता है, तो परिसर पूरी तरह से अस्वच्छ नजर आता है.

  • सफाई विभाग पर सौंपी गई निगरानी की जिम्मेदारी

कचरा संकलित करनेवाले वाहनों पर जीपीएस सिस्टीम लगाया गया है. जिसके ट्रेकिंग के अलावा निगरानी रखने की जिम्मेदारी सफाई विभाग को सौंपी गई है.
– अमित डोंगरे
प्रणाली प्रबंधक, मनपा

  • जगह पर खडे रहनेवाले वाहनों का बिल नहीं

वाहनों को ट्रेकिंग प्रणाली रहने से प्रति महिने में उनका रिपोर्ट निकाला जाता है. जो वाहन जगह पर खडे रहते है, उनका बिल नहीं निकाला जाता. यह सभी वाहन ऑन स्टेशन ही दिखाई जाते है.
– डॉ. सीमा नेताम
वैद्यकीय स्वच्छता अधिकारी, मनपा

Related Articles

Back to top button