मोर्शी/प्रतिनिधि दि.२८ – गर्मी के दिनों में रास्तों के डामरीकरण का कार्य शुरु किया जाता है, लेकिन मोर्शी शहर में मुख्य रास्ते का काम बारिश के दिनों में किये जाने से रास्ते का काम घटिया किस्म का होने की संभावना जताई जा रही है. इस रास्ते का काम बारिश खत्म होने के बाद करने की मांग जोर पकड़ती जा रही है.
यहां बता दें कि जयस्तंभ चौक से मोर्शी शहर को जोड़ने वाले मुख्य रास्ते का डामरीकरण न. प. की ओर से किया जा रहा है. इस रास्ते का डामरीकरण डहाणे के घर से गुजरी बाजार के पत्रकार अजय पाटील के घर तक किया जाएगा. इसके लिये 27 लाख रुपए का निधि दिया गया गया है और इस कार्य हेतु दो माह पहले ऑर्डर दी गई है. एक ओर देखा जाये तो सीमेंट की सड़कों को प्राथमिकता दी जा रही है. लेकिन शहर का यह मुख्य मार्ग रहने से इसका डामरीकरण क्यों किया जा रहा है? यह सवाल भी शहरवासियों के मन में उठ रहा है. मोर्शी शहर में अधिकांश रास्ते सीमेंट से तैयार किये गये हैं. वहीं गर्मी के दिनों में काम का ऑर्डर दिेये जाने पर बारिश के दिनों में रास्ते के काम की शुरुआत की जा रही है. इसलिए यह मार्ग की सिर्फ लीपापोती ही करने की संभावना व्यक्त की जा रही है. बारिश के दिनों में डामर का रास्ता तैयार करने पर इसका स्तर बरकरार नहीं रहेगा. इसलिए दिवाली के बाद मार्ग का डामरीकरण करने की मांग की जा रही है.
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शहर के सभी रास्तों की जांच जरुरी
शहर में बड़े पैमाने पर अनेक रास्तों के काम किये जा रहे हैं. यह कार्य बारिश के दिनों में किये जाने से रास्ते खराब होने की संभावना रहने से इन कार्यों की जांच वरिष्ठ स्तर पर की जाये, इसके बाद ही बिल का भुगतान करने की मांग की जा रही है.