रोगायो की बकाया मजदूरी का मामला हल हुआ

विधायक उमेश यावलकर के प्रयास सफल

शेंदूरजनाघाट /दि.14– वरुड-मोर्शी निर्वाचन क्षेत्र सहित जिले की पंचायत समिति व जिला परिषद अंतर्गत आने वाले महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण ग्रारंटी योजना के काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी पिछले कुछ माह से बकाया थी. इस कारण उनके परिवार पर भूखमरी की नौबत आन पडी थी. विधायक उमेश यावलकर द्वारा प्रयास किये जाने के बाद मजदूरों को उनके बकाया पैसे मिलना शुरु हो गया है.
मजदूरी के पैसे मिलने के लिए कामगारों ने समय-समय पर पंचायत समिति, जिला परिषद, तहसील व जिलाधिकारी प्रशासन के प्रयास किये थे. लेकिन प्रयास करने के बावजूद उन्हें बकाया नहीं मिल पाया. वरुड तहसील के पंचायत समितिस्तर पर 27 सितंबर 2024 से 11 अप्रैल 2025 तक 397 काम के कुल बिल 3 करोड 18 लाख 17 हजार 293 रुपए ऑनलाइन तरीके से जिला परिषद के पास प्रस्तुत किये थे. लेकिन निधि के अभाव में कामगारों को मजदूरी से वंचित रहना पडा. इसमें से मजदूरी के कुल 73 लाख 45 हजार 944 ुरुपए शासन के पास बकाया थे. साथ ही मोर्शी पंचायत समिति स्तर पर 29 अक्तूबर 2024 से 11 अप्रैल 2025 तक 534 काम के बिल 4 करोड 23 लाख 5 रपए ऑनलाइन जिप के पास प्रस्तुत किये थे. लेकिन निधि के अभाव में कुल मजदूरी 2 करोड 21 लाख 27 हजार 602 रुपए शासन के पास बाकी थे. इस कारण इस योजना के मजदूरों ने विधायक उमेश यावलकर से भेंट कर अपनी व्यथा रखी. विधायक यावलकर ने पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले व रोजगार मंत्री भरत गोगावले की मंत्रालय में कामकाज के समय मुलाकात कर मजदूरों केप्रश्न उपस्थित किये. उनके पैसे उन्हें तत्काल वितरीत करने बाबत चर्चा की. गोगावले ने विधायक यावलकर को जल्द रोगायो मजदूरों के पैसे उनके बैंक खाते में जमा करने का आश्वासन दिया था. आखिरकार मोर्शी-वरुड तहसील के रोगायो के मजदूरों को पैसे मिलना शुरु होने से विधायक उमेश यावलकर के प्रयासों को सफलता मिली है. इस कारण इस योजना के सभी कामगारों ने विधायक यावलकर का आभार माना है.

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