फसलों के नुकसान के लिए चाहिए 75 करोड़ रुपये
जुलाई माह में हुई थी अतिवृष्टी, 72 हजार हेक्ट.में हुआ था नुकसान, जिलाधिकारी ने भेजी शासन को रिर्पोट
अमरावती/दि.31- मानसुन भले ही तीन हफ्ते विलंब से पहुंचा हो मगर जुलाई माह में दमदार कमबैक करने से लगभग 42 राजस्व मंडल में अतिवृष्टी हुई. इन क्षेत्रों में बर्बाद हुई फसलों का पंचनामा लगभग पुरा चुका है. जिसमें 72 हजार 072 हे. में फसलों के नुकसान व 52 हे. में फसलों को उखाड़ने 24.38 लाख ऐसा कुल 74.64 करोड़ की मांग जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने बुधवार को शासन से की है.
जिले में 5 जुलाई से बारिश थम थम के शुरु है. जिसमें सभी तहसीलों में दमदार बारिश के होने से खरीप की फसलों का बड़े पैमाने से नुकसान हुआ है. 33 प्रतिशत बर्बाद फसलों का पंचनामा किया गया. इसकी रिर्पोट जमा करे में कृषी विभाग की ओर से एक हफ्ते की देरी हुई. अमरावती जिले की अपेक्षा ज्यादा बर्बादी यवतमाल व बुलढाणा जिले सहित अकोला व वाशिम जिले में बर्बाद फसलों के लिए शासन निधी कीमांग का प्रस्ताव विभागीय कार्यालय में आठ दिनों पूर्व प्रस्तुत किए जाने के बाद अमरावती जिले में देरी से हुई विभागीय आयुक्त ने जिलाधिकारी को पत्र भेज कर जानकारी दी. अतिवृष्टी के कारण खेती पानी, सिंचन सर्वाधिक 53 करोड़ नुकसान कृषी योग्य फसल का हुआ है.जिसके बाद बागवानी फसल 62.28 लाख व फलदार फसल 20.61 करोड का नुकसान होने का जिलाधिकारी की रिर्पोट है. विभागीय आयुक्त व्दारा बुधवार को शासन को यह रिर्पोट भेंजी गयी है. अब किसानों की मदद की प्रतीक्षा है.
बागवानी क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुकसान
अतिवृष्टी से 85 हजार 701 किसानों का 62 हजार 542 हे. में फसलों का नुकसान हुआ है. इसके लिए 53.16 करोड शासन से मांग की गयी. जिसमें जिसके अलावा मोर्शी व चांदुर बाजार तहसील में 367 हे. में बागवानी फसलों का नुकसान हुआ है. जिसके लिए 62.28 लाख की मांग की गयी.
टेबल बाक्स
33 प्रतिशत नुकसान क्षेत्र,निधी की मांग(रु./हे.
फसलों के प्रकार-
कृषि योग्य फसल
बागवानी फसल
बाधित किसान
फलदार फसल
कुल
बाधित किसान
85701
510
9330
95541
क्षेत्र बाधित
62543
366
9164
72072
अपेक्षित निधी
531609380
6228460
206193600
744031440