अमरावती प्रतिनिधि/दि.१७ – जिले में अब तक आरटीई अंतर्गत २ हजार ४५६ में से १ हजार ६५९ प्रवेश निश्चित हो गये है. शिक्षा अधिकार अधिनियम अंतर्गत जिले की २४३ शालाओं में आरटीई की २ हजार ४८६ सीटों के लिए कुल ९ हजार ३ आवेदन प्राप्त हुए थे. जिसमें से ड्रॉ के पहले राउंड में २ हजार ३५० विद्यार्थियों का प्रवेश हेतु चयन हुआ. इसमें से अब तक १ हजार ६५९ बच्चों का प्रवेश निश्चित हो गया है. चयन सुची एवं प्रवेश के संदर्भ में शिक्षा विभाग के पास करीब ३० शिकायतें प्राप्त हुई थी. जिनकी जांच करने के बाद २ शिकायतों का निपटारा किया गया और चयन सूची में शामिल २८ लोगोें की जांच के बाद २२ बच्चों का प्रवेश रद्द कर दिया गया. इसके अलावा प्रतिक्षा सूची में रहनेवाले ५४ पालकों के संदर्भ में जांच-पडताल करने के बाद उसमें से विभिन्न कारणों के चलते ३० बच्चों को प्रवेश हेतु अपात्र ठहराया गया. बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा आरटीई के तहत आर्थिक रूप से पिछडे, दिव्यांग एवं पिछडावर्गीय प्रवर्ग के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम की निजी शालाओं में कुल प्रवेशित संख्या में से २५ फीसदी सीटों पर निशुल्क प्रवेश दिया जाता है. इस बार कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से निशुल्क प्रवेश की प्रक्रिया भी प्रभावित हुई. मार्च माह के दौरान पुणे में आरटीई का पहला ड्रॉ निकला. जिसमें जिले के २३५० विद्यार्थियों का चयन किया गया. जिसमें से १६५९ बच्चों का ही प्रवेश हो पाया है और शेष बच्चों के प्रवेश विभिन्न कारणों के चलते नहीं हो पाये. जिसके बाद अब प्रतीक्षा सूची की प्रवेश प्रक्रिया चलायी जा रही है. किन्तु इसमें अब तक एक भी प्रवेश नहीं हो पाया है.
आरटीई प्रवेश प्रक्रिया के संदर्भ में पालकोें की ओर से शिक्षा विभाग के पास ३० शिकायतें प्राप्त हुई. जिसमें से २ शिकायतों का निपटारा हुआ और शेष २८ शिकायतों की पडताल कर २२ विद्यार्थियों का प्रवेश रद्द कर दिया गया. प्रतिक्षा सूची में रहनेवाले नामों में से ५४ पालकों की जांच किये जाने के बाद इसमें सदोष पाये जाने पर ३० बच्चों का प्रवेश रद्द करने की कार्रवाई सीईओ के मार्गदर्शन में की गई.
२४५६ में से १६५९ विद्यार्थियों का प्रवेश निश्चित हो चुका है. वहीं प्रतिक्षा सूची की प्रवेश प्रक्रिया २३ अक्तूबर तक चलायी जायेगी. सीईओ के आदेशानुसार पात्र विद्यार्थियोें के प्रवेश कायम रखते हुए अपात्र विद्यार्थियों के प्रवेश रद्द किये गये है. – ई. झेड. खान शिक्षाधिकारी
१४१ शालाओं के लिए ९००३ आवेदन प्राप्त २३५० विद्यार्थियों का चयन १६५९ को मिला प्रवेश ७९७ का प्रवेश हुआ रद्द