अमरावती/दि.27– बालकों के मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के अनुसार आरटीई जिलों के 1 हजार 998 स्कूलों में निःशुल्क प्रवेश प्रक्रिया लागू की जाएगी. स्कूल पंजीकरण की प्रक्रिया मंगलवार को पूरी हो गई है और इस वर्ष 188 स्कूल इस प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे. स्कूलों का पंजीकरण होने के बाद अब सही मायने में आरटीई प्रवेश प्रक्रिया का बिगुल बजा है. जिससे अभिभावकों की उम्मीदें जाग गई है.
आरटीई अधिनियम के अनुसार अनुसूचित जनजाति, आर्थिक रूप से कमजोर समूह के अभिभावकों के पाल्यों के लिए अंगे्रजी माध्यम की निजी अनुदानित स्कूलों में नि:शुल्क प्रवेश की प्रक्रिया चलाई जाती है. इसलिए अभिभावकों का इस प्रक्रिया में सहभाग होता है. जिले में इस वर्ष कुल 2186 विद्यालय खोले गये हैं, 188 विद्यालयों को अमानक श्रेणी में वर्गीकृत कर बंद कर दिया गया है तथा अब 1998 विद्यालयों में इस वर्ष निःशुल्क प्रवेश दिया जायेगा. स्कूल ने पहला चरण पूरा कर लिया है और अब आवेदन प्रक्रिया अगले सप्ताह शुरू होगी.
* प्रतिष्ठित स्कूलों पर फोकस
इस साल भी अभिभावकों का फोकस प्रतिष्ठित स्कूलों पर रहेगा. शहर में चार से पांच से स्कूलों की ओर अभिभावकों का रुझान होता है. इसके चलते कई स्कूलों में सीटें खाली रह जाती हैं. कई माता-पिता अपने बच्चे को दूसरे स्कूलों में दाखिला दिलाने के इच्छुक नहीं हैं. इसलिए वे सीटें खाली रह जाती हैं, या फिर प्रक्रिया लंबी हो जाती है.
* तहसील वार पात्र विद्यालयों की संख्या
अचलपुर- 175, अमरावती-132, अमरावती मनपा-145, अंजनगांव सुर्जी-129, भातकुली-118, चांदूर बाजार- 150, चांदूर रेलवे- 79, चिखलदरा 164, दर्यापुर-163, धामनगांव रेलवे- 99, धारणी-172, मोर्शी- 125 , नांदगांव खंडेश्वर- 128, तिवसा- 86, वरूड- 141, कुल 1998.