आरटीई प्रवेश प्रक्रियाः नये निर्णय का दिख रहा विपरित परिणाम
पालकों ने फेरा मुंह, केवल 1 हजार 54 ऑनलाइन आवेदन
अमरावती/दि.6– शिक्षा का आधिकार कानून अंतर्गत (आरटीआई) 25 प्रतिशत आरक्षित स्थान पर प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन मंगाए जा रहे है. मगर इस प्रवेश प्रक्रिया की ओर पालको व्दारा मुंह फेर लेने का नजारा सामने आ रहा है. जिले में आरटीई के स्थान की तुलना से कम केवल 6.97 प्रतिशत आवेदन दाखिल हुए है. नये निर्णय का आवेदन दाखिल करने की प्रक्रिया पर विपरित परिणाम दिख रहा है. आवेदन भरने के लिए प्राथमिक शिक्षक संचालनालय ने 10 मई तक समयावधी बढा दी है. इसके पहले 30 अप्रैल तक का ही समय था.
आरटीई अंतर्गत आर्थिक दृष्ट में कमजाोर व वंचित घटकों के बच्चों के लिए निजी शालाओं में 25 प्रतिशत स्थान आरक्षित रखे जाते है. इस बार प्रवेश के लिए सरकारी, अनुदानित शाला में प्रवेश का पर्याय को प्राथमिकता दिखाई देगा. तो निजी अंग्रेजी माध्यम की शाला पोर्टल पर नही दिखने के कारण अनेक पालकों में नाराजगी है. शालेय शिक्षण विभाग ने आरटीई प्रवेश प्रकिया में किए गए बदलाव के अनुसार विद्यार्थियों का निवास स्थान से एक किमी तक अनुदानित शाला, सरकारी शाला, स्थानीय स्वराज संस्था की शाला में प्रवेश दिया जाएगा. इसमें उपलब्ध शाला न रहने पर स्वयं आर्थिक सहायता निजी शाला में प्रवेश दिया जाएगा, ऐसा अंकित है. इस दौरान जिले के 22 हजार 411 स्थान पोर्टल पर दिखाई दे रहे है. जिसके अनुसार शनिवार शाम 6 बजे तक 1564 आवेदन किए गए है. 10 मई तक दिए गए समयावधी खत्म होने के लिए चार दिन ही बचे है. पालकों से अपने बच्चों को प्रवेश के लिए आवेदन करने का आवाहन शिक्षण विभाग ने किया है.