सर्वर डाउन रहने से आरटीई की प्रवेश प्रक्रिया ठप
अभिभावकों को करना पड रहा मानसिक तकलीफों का सामना
2,287 बच्चों के नाम खुली है आरटीई की लॉटरी
अमरावती/दि.19 – शहर की नामांकित शालाओं मेें अपने बच्चों को पढाने का सपना देखने वाले आर्थिक रुप से पिछडे एवं वंचित घटक के अभिभावकों का सपना आरटीई के जरिए पूरा होता है. जिले की 236 शालाओं में आरटीई प्रवेश वाली 2305 सीटों हेतु 9 हजार 614 अभिभावकों ने आवेदन किए थे. जिसमें से 2287 विद्यार्थियों के नाम आरटीई प्रवेश के ड्रा में निकले है. जिनके अभिभावकों को बच्चों का प्रवेश निश्चित करने हेतु एसएमएस भेजा जा रहा है. साथ ही जिन अभिभावकों को एसएमएस नहीं मिले है. उनके लिए प्राथमिक शिक्षा विभाग ने पर्यायी वेबसाइट उपलब्ध कराई है. लेकिन वेबसाइट का सर्वर डाउन रहने के चलते आरटीई की प्रवेश प्रक्रिया ही ठप पडी हुई है, जिससे संबंधित अभिभावकों को काफी मानसिक तकलीफों का सामना करना पड रहा है.
नि:शुल्क व अनिवार्य शिक्षा अधिनियम यानि आरटीई के तहत निजी शालाओं में आर्थिक रुप से पिछडे एवं वंचित घटक के विद्यार्थियों को 25 फीसद आरक्षित सीटों प्रवेश दिया जाता है. इस प्रवेश हेतु उपलब्ध सीटों की तुलना में कहीं अधिक आवेदन प्राप्त होने के चलते प्रवेश निश्चित करने के लिए प्राप्त आवेदनों का ऑनलाइन ड्रा निकाला गया और ड्रा में प्रवेश हेतु प्राप्त रहने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों को विगत 12 अप्रैल से मोबाइल पर संदेश भेजने शुुर किए गए. इस चयन सूची में शामिल रहने वाले बच्चों के अभिभावकों को विगत बुधवार से एसएमएस भेजना शुरु किया गया. परंतु इसी दौरान आरटीई पोर्टल की तकनीकी व्यवस्था गडबडा गई. जिसके चलते संबंधित अभिभावकों में अपने बच्चों के प्रवेश को लेकर चिंता एवं संभ्रम का वातावरण बन गया. आरटीई प्रवेश की वेबसाइट बंद हो जाने के चलते अपने बच्चे को आरटीई के तहत प्रवेश मिला है अथवा नहीं यह जानकारी अभिभावक वेबसाइट पर देख ही नहीं पा रहे थे. जिसके चलते शिक्षा विभाग ने प्रवेश की जानकारी देखने हेतु पर्यायी वेबसाइट उपलब्ध कराई.