अमरावती/दि.13 – प्रत्येक रास्ते पर हर तरह के वाहनों की अधिकतम गतिसीमा निर्धारित की गई है और इस वेग मर्यादा का उल्लंघन करने पर संबंधितों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाती है. लेकिन रास्ते को खाली व सुनसान देखते ही कई वाहन चालक अधिकतम गतिसीमा का उल्लंघन करते हुए तेज रफ्तार ढंग से वाहन चलाते है. जिसकी वजह से सडक हादसे घटित होने का खतरा बढ जाता है. ऐसे में प्रादेशिक परिवहन विभाग सहित महामार्ग पुलिस व यातायात पुलिस द्बारा सडकों से होकर गुजरने वाले वाहनों की गति पर स्पीड गन के जरिए नजर रखी जाती है और विगत एक वर्ष के दौरान गतिसीमा के नियम का उल्लंघन करने वाले 2840 वाहन चालकों पर दंडात्मक कार्रवाई करते हुए अमरावती के प्रादेशिक परिवहन विभाग में 74 लाख 89 हजार रुपए का दंड लगाया है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, अब अधिकतम रफ्तार से संबंधित नियम का उल्लंघन करना जेब पर भारी पड सकता है.
बता दें कि, वाहनों की रफ्तार को गिनने के लिए आरटीओ, राष्ट्रीय महामार्ग पुलिस व यातायात पुलिस के पास स्पीड गन उपलब्ध होती है. जिसके जरिए वाहन की रफ्तार के साथ ही वाहन के क्रमांक और दुपहिया वाहनधारक द्बारा हेल्मेट पहना गया है अथवा नहीं इसकी जानकारी भी दर्ज की जाती है.
जिले में 35 स्पीड गन वाहन
जिले में शहर यातायात शाखा के अलावा आरटीओ राज्य महामार्ग व राष्ट्रीय महामार्ग पुलिस तथा ग्रामीण यातायात पुलिस के पास कुल 35 स्पीड गन मशीन है. इसके जरिए तेज रफ्तार वाहनों पर नजर रखी जाती है. साथ ही जिन वाहन चालकों द्बारा यातायात संबंधित नियमों और गति की अधिकतम मर्यादा का उल्लंघन किया जाता है. ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने के साथ ही उनके घर पर ई-चालान भेज दिए जाते है.