महाराष्ट्र राज्य के आरटीओ कर्मचारी 24 से बेमियादी हडताल पर
आकृतिबंध के नाम पर कर्मचारियों के खिलाफ साजिश रचने का आरोप
अमरावती/दि. 11 – आकृतिबंध के नाम पर कर्मचारियों का राज्यभर में समायोजन व राजस्व विभाग में तबादला करने की साजिश परिवहन आयुक्त द्वारा की जा रही है. इस कारण संपूर्ण महाराष्ट्र के प्रादेशिक परिवहन कार्यालय के कर्मचारियों में तीव्र रोष व्याप्त है. इस अन्यायकारक समायोजन के खिलाफ कर्मचारी काफी संतप्त हो गए है. आकृतिबंध पर पूर्वानुसार ही अमल करने की प्रमुख मांग सहित अपनी विविध मांगो को लेकर आरटीओ विभाग के कर्मचारियों ने संपूर्ण राज्य में 24 सितंबर से बेमियादी हडताल पर जाने का निर्णय लिया है.
मोटार वाहन विभाग कर्मचारी संगठना आरटीओ के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल मानकर ने आरटीओ अमरावती के जरिए राज्य के परिवहन आयुक्त विवेक भीमनवार को हाल ही में नोटिस दी है. मोटार वाहन विभाग आरटीओ विभाग के लिए शासन ने आकृतिबंध को दो वर्ष पूर्व मंजूरी दी है. इसे परिवहन आयुक्त स्तर पर प्रशासन तकनीकी बात खोज कर कर्मचारियों की होनेवाली पदोन्नति की खुशी में रोडा डालते रहने की भावना अब कर्मचारियों में निर्माण हो गई है. एक तरफ दो साल से आकृतिबंध के मुताबिक वरिष्ठ पद पर पदोन्नति न देते हुए कर्मचारियों के राज्य में आकृतिबंध के नाम पर समायोजन तथा दूसरी तरफ राजस्व विभागनिहाय तबादले किए जा रहे है. आकृतिबंध के मुताबिक पद के सेवा प्रवेश नियम पिछले दो साल से बगैर निर्णय के पडे है. परिवहन आयुक्त स्तर पर कोई भी कार्रवाई न होने से सेवा प्रवेश नियम प्रलंबित रह रहे है. परिणामस्वरुप कर्मचारी पदोन्नति से वंचित है. राज्य में आरटीओ के कामकाज संबंध में एकजुटता न रहने से कर्मचारी और विशेषकर नागरिकों को बेवजह परेशान होना पडता है. संगठना द्वारा की गई मांग के मुताबिक गठित हुई कलसकर समिति की रिपोर्ट पिछले पांच साल से बंद पडी है. इस कलसकर समिति की रिपोर्ट लागू करने तथा संगणक प्रणाली के संभावित तबादले बाबत नियम निश्चित करने, आकृतिबंध के मुताबिक पूर्वानुसार तत्काल प्रभाव से पदोन्नति देने की मांग को लेकर आरटीओ कर्मचारी 24 सितंबर से बेमियादी हडताल पर जाने की चेतावनी राज्य के आरटीओ कर्मचारियों ने दी है. इस संबंध में एक ज्ञापन मोटार वाहन विभाग कर्मचारी संगठना के राज्य उपाध्यक्ष अनिल मानकर के नेतृत्व में अमरावती के उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रशांत देशमुख को सौंपा गया. इस अवसर पर विजय गावंडे, प्रमोद राजनेकर, संगीता भिलावेकर, महेश मेश्राम, प्रीती मेहेत्रे, अरुण वाघमारे, अनिल मेश्राम, अक्षय राठोड, आशीष माथुरकर, संजय चौधरी, जयसिंग राठोड, प्रवीण मुंगले, यशवंत रामटेके, साजीद अली, पराग जाधव, देवेंद्र कलमकर, समीक्षा वारकरी, दीपा पात्रे, मीनल गिरे, योगेश पुसनाके, रितेश चुलेट, देवानंद खंडारे, रश्मी सोनार, सुहास वानखडे, श्वेता वैद्य, पंकज वानखडे, आशीष प्रधान, स्वप्नील खडसे, वीरेंद्र पटेल, प्रतिभा ठाकरे, अश्विनी वानखडे, दीपाली गवली, ज्ञानेश्वर काले सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे.
* कर्मचारियों की भावना से खिलवाड न करें
राज्य के परिवहन आयुक्त कार्यालय ने कर्मचारियों की भावनाओं से खिलवाड करना शुरु किया है. इस कारण संपूर्ण राज्य के आरटीओ कर्मचारियों में रोष है. राज्य के कर्मचारियों की सहनशिलता की परीक्षा न ली जाए. जब तक इसमें उचित आश्वासन शासन स्तर पर नहीं मिलता तब तक राज्य के आरटीओ कर्मचारी बेमियादी हडताल से वापिस नहीं लौटेंगे. अब ‘करो या मरो’ की भूमिका लेने की तैयारी कर्मचारियों की है. इस संपूर्ण परिस्थिति के लिए परिवहन आयुक्त तथा राज्य शासन जिम्मेदार रहेंगे.
– अनिल मानकर, राज्य उपाध्यक्ष, मोटार वाहन विभाग, आरटीओ कर्मचारी संगठना.