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मुंबई गया आरटीओ का दल वापस लौटा

मुंबई क्राईम ब्रांच अब आठों वाहनों के दस्तावेजो की करेगी जांच

* इस प्रकरण में बडा रैकेट रहने की संभावना
अमरावती/दि. 8- परप्रांतो के चोरी के ट्रक के फर्जी कागजपत्र के आधार पर रजिस्ट्रेशन कर विक्री करने के प्रकरण में नई मुंबई की क्राईम ब्रांच पुलिस द्वारा अमरावती आरटीओ कार्यालय के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. अब तक मुंबई पुलिस को 8 ट्रको का फर्जीवाडा उजागर करने में सफलता मिली है. इन आठों ट्रको के कागजपत्र लेकर मुंबई गया आरटीओ कार्यालय का दल कल मंगलवार को फाईल सौंपकर मुंबई से अमरावती वापस लौट आया है. अब मुंबई पुलिस इन सभी कागजपत्रो की जांच करनेवाली है. इस प्रकरण में बडा रैकेट होने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
नवी मुंबई पुलिस की क्राईम ब्रांच शाखा के पास सोमवार को अमरावती आरटीओ की तरफ से चोरी के ट्रक के फर्जी कागजपत्र के आधार पर रजिस्टर हुए 8 ट्रको के कागजपत्र की संपूर्ण फाईल सौंपी गई. फाईल सौंपने के बाद आरटीओ गिते, कर वसूली अधिकारी विजय गावंडे सहित चार सदस्यों का दल कल वापिस अमरावती लौट आया है. इस प्रकरण में अमरावती आरटीओ कार्यालय से मोटर वाहन निरीक्षक गणेश वरुठे, सहायक परिवहन अधिकारी भाग्यश्री पाटिल और सहायक प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सिद्धार्थ ढोके को गिरफ्तार किया गया है. जबकि सहायक प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राज बागरी ने गिरफ्तारी पूर्व जमानत हाईकोर्ट से प्राप्त कर ली है. इस प्रकरण में अब मुंबई पुलिस अमरावती आरटीओ की तरफ से मिले 8 वाहनों के कागजपत्र की जांच करनेवाली है. परप्रांत के चोरी के ट्रको के फर्जी कागजपत्र के जरिए रजिस्ट्रेशन का मामला गंभीर स्वरुप का रहते वह जानबुझकर किया गया क्या? इस दिशा में मुंबई पुलिस जांच कर रही है. पुलिस ने इस प्रकरण में बडा रैकट रहने की संभावना व्यक्त की है. गिरफ्तार तीनों आरोपियों को अब तक जमानत नहीं मिली है. इस प्रकरण की शुरुआत कैसे हुई, यह मुंबई पुलिस देख रही है. इस प्रकरण में आरटीओ कार्यालय के इस अधिकारी और कर्मचारियों ने अपनी जेबे भरी इस दिशा में पुलिस जांच कर रही है.

* 16 माह में शहर और ग्रामीण क्षेत्र से 33 वाहन चोरी
अमरावती शहर और जिले के ग्रामीण क्षेत्र से ट्रक व मालवाहक वाहन सहित बडे कुल 33 वाहनों की चोरी पिछले 16 माह में हुई है. अमरावती शहर से 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2023 तक दो ट्रक, एक टिप्पर, चार कार, एक टैंकर और एक ऑटोरिक्शा चोरी हुआ है. जबकि जिले के ग्रामीण क्षेत्र में जड वाहनों की चोरी के 18 मामले दर्ज हुए थे. इसके अलावा वर्ष 2024 में 1 जनवरी से 30 अप्रैल तक अमरावती शहर से एक ट्रक, दो कार और एक ऑटोरिक्शा तथा ग्रामीण क्षेत्र से दो ट्रैक्टर ट्रॉली चोरी हुई है. इनमें से अधिकांश वाहन बरामद कर लिए गए है. ग्रामीण क्षेत्र में तीन ट्रैक्टर ट्रॉली, एक मारुती कार और एक पिकअप वाहन अब तक नहीं मिल पाया है. इन आंकडो को देखते हुए अमरावती शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रो में जड वाहनों के चोरी का प्रमाण कम है.

* चेचीस नंबर बदलने वाला विशेष व्यक्ति?
सूत्रों ने बताया कि, परप्रांतो से वाहन चुराकर लाने का काम कोई विशेष गिरोह करता है. वाहन चुराते समय मॉडल पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है. वाहन चुराते समय वह मॉडल वर्ष 2000 के बाद का और ज्यादातर नया देखा जाता है. यह भी चर्चा है कि, वाहन चुराकर लानेवाले को डेढ लाख रुपए दिए जाते है. साथ ही चेचीस नंबर बदलनेवाला भी विशेष व्यक्ति रहता है. वाहन का स्वरुप बदलकर उस पर तीन से चार लाख रुपए खर्च करने के बाद फर्जी कागजपत्र तैयार कर उसकी एमएच 27 पासिंग की जाती है और उसे 5 से 7 लाख रुपए मुनाफे से बेच दिया जाता है. ऐसे ही फर्जीवाडे को मुंबई पुलिस ने उजागर किया है.

* विदर्भ के आरटीओ कार्यालय में दलालो का राज
अरुणाचल, उत्तरप्रदेश, नागालैंड, दिल्ली और हरियाना आदि राज्यो से चुराए हुए वाहनों के चेचीस नंबर बदलकर फर्जी कागजपत्र के आधार पर विदर्भ के आरटीओ अधिकारी की सहायता से वाहनों का रजिस्ट्रेशन कर बिक्री करने का मामला मुंबई पुलिस ने उजागर किया है. 6 माह पूर्व बुलढाणा आरटीओ कार्यालय में भी फर्जीवाडा उजागर हुआ था. विदर्भ में अमरावती, नागपुर, यवतमाल, बुलढाणा, गोदिया, अकोला के आरटीओ कार्यालय में बडी संख्या में दलालो का राज रहने की जानकारी है.

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