अमरावतीमहाराष्ट्र

गांव वहां ग्रंथालय संकल्पना चलाएं – चंद्रकांत पाटिल

पालकमंत्री के हाथों ग्रंथोत्सव का उद्घाटन

अमरावती/दि.09– मनुष्य में प्रगल्भता विकसीत होने के लिए तथा अनुभव, शब्दसंग्रह बढाकर अनुभव विश्व समृद्ध करने के लिए वाचन को पर्याय नहीं है. इसके लिए आगामी समय में ‘गांव वहां ग्रंथालय’ संकल्पना चलाई जानेवाली है. इस माध्यम से कुछ हजार की आबादी वाले गांव में भी ग्रंथालय शुरु किया जाएगा. आदिवासी बहुल कस्बो में भी आवश्यक सभी किताबे उपलब्ध कर देने का प्रतिपादन उच्च व तंत्र शिक्षा, वस्त्रोद्योग, संसदीय कार्य तथा जिले के पालकमंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल ने आज यहां किया.

उच्च व तंत्र शिक्षण विभाग, ग्रंथालय संचालनालय और अमरावती जिला ग्रंथालय अधिकारी कार्यालय के संयुक्त तत्वावधान में अमरावती ग्रंथोत्सव-2023 का आयोजन संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन के निकट स्थित शासकीय विभागीय ग्रंथालय में किया गया है. इस दो दिवसीय ग्रंथोत्सव का उद्घाटन पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल के हाथों किया गया. इस अवसर पर वें बोल रहे थे. सांसद डॉ. अनिल बोंडे, विधायक प्रवीण पोटे पाटिल, विधायक सुलभा खोडके, विधायक प्रताप अडसड, ग्रंथालय संचालक अशोक गाडेकर, जिला ग्रंथालय अधिकारी डॉ. सूरज मडावी, सहायक ग्रंथालय संचालक राजेश पाटिल इस अवसर पर उपस्थित थे.

पालकमंत्री ने कहा कि, ग्रंथालय के अनुदान में 60 प्रतिशत बढोतरी की गई है. इस कारण ग्रंथालय के कर्मचारियों का वेतन और किताबो की खरीदी के लिए अनुदान से सहायता हो रही है. पहले ग्रंथालयों को अनुदान मिलने में देरी होती थी. अब इसके लिए संगणक प्रणाली विकसीत की गई है. केवल एक क्लिक पर राज्य के 12 हजार ग्रंथालयों को तत्काल अनुदान मिल रहा है. वर्तमान में चालू ग्रंथालय और नए ग्रंथालयों के विकास के लिए निधि का प्रावधान किया गया है. पालकमंत्री ने कहा कि, वर्तमान के स्मार्ट युग में ई-लायब्ररी प्रयोग चलाया जानेवाला है. आगामी जून माह में चार हजार नए ग्रंथालयों को अनुमति दी जानेवाली है. ग्रंथालय की अ, ब, क और ड ऐसे श्रेणी कर और जांच आसान होने के लिए ऑनलाईन प्रणाली इस्तेमाल की जानेवाली है. जून माह में ग्रंथालयों की श्रेणी में भी बढोतरी की जाएगी. पालकमंत्री ने यह भी कहा कि, किताब खरीदी करनेवालो में 90 प्रतिशत खरीददार शालेय व महाविद्यालय के विद्यार्थी होते है. पाठको की संख्या बढाने के लिए ऐसे विविध उपक्रमों के फायदे होते है. पाठको तक उन्हें आवश्यक रही किताबे पहुंचाने के लिए कोल्हापुर में ‘मोबाईल वाचनालय’ संकल्पना चलाई जा रही है. मोबाईल वाचनालय को कोल्हापुर वासियों ने भारी प्रतिसाद दिया.

इस प्रतिसाद के बाद अब स्थानीय शाला में भी मोबाईल वाचनालय की संकल्पना चलाई जा रही है. एक विशेष समय पर शाला परिसर में यह वाचनालय आता है. मोबाईल वाचनालय के माध्यम से विद्यार्थी अपनी पसंदिदा किताबे लेकर बडे ध्यान से पढते है. वाचन संस्कृति वृद्धिंगत करने के लिए ग्रंथालयों ने प्रयास कर विविध उपक्रम चलाने चाहिए. ग्रंथोत्सव निमित्त प्रकाशक, लेखक की किताबो का परीक्षण, परिसंवाद आदि कार्यक्रम का आयोजन हो, आवश्यकता के मुताबिक ग्रंथालय के विकास के लिए शासन सभी सुविधा उपलब्ध कर देगा, ऐसा आश्वासन भी पालकमंत्री ने दिया. प्रास्ताविक डॉ. सूरज मडावी ने किया. प्र-जिला ग्रंथालय अधिकारी गजानन कुरवाडे, दीपक गेडाम सहित ग्रंथालय के अधिकारी, कर्मचारी, प्रकाशक, लेखक, पाठक आदि इस अवसर पर उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रदर्शन प्रीती बनारस ने किया.

* ग्रंथोत्सव की ग्रंथ दिंडी से शुरुआत
दो दिवसीय ग्रंथोत्सव की आज सुबह ग्रंथ दिंडी से शुरुआत की गई. ग्रंथोत्सव में ग्रंथ प्रदर्शनी व बिक्री सहित परिसंवाद, व्याख्यान, नाटक आदि अनेक कार्यक्रमो के कारण रसिक व ग्रंथ प्रेमियों को विशेष बौद्धिक मेजवानी मिल रही है. ग्रंथोत्सव में पालकमंत्री ने विविध स्टॉल को भेंट दी. उन्होंने प्रकाशक और वाचक से संवाद किया. प्रदर्शनी में स्वास्थ्य, कला-कौशल्य, प्रशासकीय रचना, स्पर्धा परीक्षा के लिए आवश्यक किताबे, मानसशास्त्र, प्रभावी व्यक्तित्व विकास आदि विषय की किताबे उपलब्ध है.

* ग्रंथोत्सव में कल विविध कार्यक्रम
ग्रंथोत्सव में रविवार 10 मार्च को सुबह 10.30 से 12.30 बजे तक ‘सोशल मीडिया का वाचन संस्कृति पर परिणाम’ विषय पर व्याख्यान होगा. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागीय उपायुक्त संजय पवार करेंगे. अमरावती विद्यापीठ के प्रा. डॉ. हेमंत खडके व प्रा. प्रणय कोलते तथा प्रा. वृषभ डाहाके प्रमुख रुप से उपस्थित रहेगे. दोपहर 1 से 3 बजे तक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है. कवि सम्मेलन में अनंत नांदूरकर, प्रणाली देशमुख, सारिका उबाले, विष्णू सोलंके, संघमित्रा खंडारे, ऋषिकेश पाडर, शिल्पा पवार, विशाल मोहोड, नंदा भोयर आदि सहभागी होगे. कवि सम्मेलन का संचालन नितिन भट करेगे. दोपहर 4 बजे समापन कार्यक्रम में ग्रंथ वाचक गौरव प्रमाणपत्र वितरण होगा. समापन सत्र की अध्यक्षता उपजिलाधिकारी अनिल भटकर करेगे. इस कार्यक्रम में जिले के ग्रंथप्रेमी नागरिको को उपस्थित रहकर ग्रंथ प्रदर्शनी को भेंट देने का आवाहन जिला ग्रंथोत्सव आयोजन समिति ने किया है.

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