अमरावती

मंडी चुनाव में एक ही मतदान केंद्र रहने से होगी दौडभाग

सभी मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने में प्रत्याशियों के छूटेंगे पसीने

* इस बार बाजार समिति के चुनाव हो रहे हैं ‘थोडा हटके’
* जिले में केवल धारणी तहसील को मिले हैं दो मतदान केंद्र
अमरावती/दि.25 – बाजार समिति के चुनाव हेतु आदिवासी बहुल व दुर्गम क्षेत्र रहने वाले धारणी तहसील को छोडकर शेष सभी 11 फसल मंडियों के चुनाव हेतु तहसील मुख्यालय वाले शहरों में केवल एक-एक मतदान केंद्र निश्चित किया गया है. वहीं केवल धारणी तहसील में ही दुर्गम क्षेत्र रहने के चलते 2 मतदान केंद्र दिए गए है. ऐसे में प्रत्येक मतदान केंद्र तक अपने-अपने क्षेत्र के मतदाताओं को मतदान करने हेतु लाने व पहुंचाने के लिए चुनावी मैदान में खम ठोक रहे सभी प्रत्याशियों को काफी पसीना बहाना पडेगा. ऐसे में मंडी चुनाव के अखाडे में उतरे पैनलों द्बारा अपने समर्थक मतदाताओं के साथ-साथ विरोधी गुट समर्थक मतदाताओं को भी अपने पाले में करने हेतु उन्हें मतदान केंद्र तक लाने-लेजाने के लिए वाहन बुक करने की स्पर्धा शुरु हो गई है.
इस वक्त सहकार क्षेत्र से वास्ता रखने वाले बाजार समिति के चुनाव को थोडा हटके कहा जा सकता है. जिले की 12 बाजार समितियों के 216 संचालक पदों हेतु होने जा रहे चुनाव के लिए 12 तहसीलों के कुल 13 मतदान केंद्र निश्चित किए गए है. जिसें धारणी बाजार समिति के लिए धारणी व सेमाडोह में दो मतदान केंद्र स्थापित किए गए है. वहीं शेष 11 बाजार समितियों के लिए 11 तहसील मुख्यालय वाले शहरों में एक-एक मतदान केंद्र निश्चित किया गया है. जहां पर संबंधित तहसील क्षेत्र के सेवा सहकारी सोसायटी, ग्राम पंचायत, अडत-व्यापारी तथा हमाल-मापारी निर्वाचन क्षेत्र में पंजीकृत मतदाताओं द्बारा अलग-अलग मतदान कक्षों में अपने मताधिकार का प्रयोग किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि, बाजार समिति के मतदाता मूलत: ग्रामीण क्षेत्रों ेसे वास्ता रखते है. परंतु इस बार उनके गांव व आसपास के परिसर में मतदान केंद्र नहीं बनाए गए है. ऐसे में वे मतदान वाले दिन मतदान न करते हुए घर पर ही न रह जाए. इस हेतु प्रत्येक पैनल द्बारा अभी से नियोजन किया जा रहा है. ताकि गांव-गांव से हर एक निर्वाचन क्षेत्र, विशेष कर सेवा सोसायटी व ग्रापं क्षेत्र के हर एक मतदाता को मतदान केंद्र तक लाया जा सके. उल्लेखनीय है कि, सेवा सोसायटी व ग्रापं निर्वाचन क्षेत्र से ही सर्वाधिक 15 संचालक चुने जाने है और इन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में सर्वाधिक 18 हजार से अधिक मतदाता है. ऐसे में इन्हीं 15 सीटों और इन्हीं मतदाताओं पर प्रत्येक पैनल का राजनीतिक भविष्य निर्भर करता है. जिसके चलते इन दो निर्वाचन क्षेत्रों में अधिक से अधिक मतदान कराने और ज्यादा से ज्यादा मतदान अपने पक्ष में करवाने की ओर प्रत्येक पैनल व प्रत्याशी द्बारा जोर दिया जा रहा है.

* नाम के लिए है आचार संहिता व चुनावी खर्च की सीमा
सहकार क्षेत्र से वास्ता रखने वाले बाजार समिति के चुनाव में आचार संहिता व चुनावी खर्च की अधिकतम सीमा जैसे विषय केवल नाम के लिए ही है. इस संदर्भ मेें प्राधिकरण द्बारा जारी निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है. प्रत्येक पैनल द्बारा मतदाताओं को लाने-ले जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की जा रही है. इस पर होने वाला खर्च किसके खाते में डाला जाएगा. यह अपने आप में सबसे बडा सवाल है.

* 20,791 मतदाता करेंगे वोटिंग
जिले के 12 बाजार समितियों में कुल 20 हजार 791 मतदाता है. जिनके द्बारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया जाएगा. इसमें सर्वाधिक 3,627 मतदाता अमरावती व सबसे कम 868 मतदाता तिवसा में है. इसके अलावा चांदूर बाजार में 1,618, अचलपुर में 2,564, धामणगांव में 1,209, धारणी में 1,640, वरुड में 1,767, अंजनगांव में 1,454, नांदगांव खंडे. में 1,142, मोर्शी में 1,726, दर्यापुर में 2,296 तथा चांदूर रेल्वे मेें 883 मतदाता है.

* ऐसे रहेंगे मतदान केंद्र
सरकार विभाग द्बारा दी गई जानकारी के मुताबिक धारणी बाजार समिति के लिए धारणी व सेमाडोह में एक-एक ऐसे दो मतदान केंद्र होंगे. वहीं अमरावती, चांदूर रेल्वे, नांदगांव खंडेश्वर, मोर्शी, अंजनगांव सुर्जी, तिवसा, धामणगांव रेल्वे, चांदूर बाजार, वरुड, दर्यापुर व परतवाडा बाजार समिति के लिए संबंधित तहसील मुख्यालय में एक मतदान केंद्र रहेगा. ऐसे में संबंधित तहसीलों के सुदूर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले सभी मतदाता खुद होकर मतदान के लिए आएंगे ही. यह तय नहीं है. जिसके चलते एक-एक मतदाता को मतदान केंद्र तक लाने और अपने पक्ष में अधिक से अधिक मतदान करवाने के लिए सभी पैनलों द्बारा अभी से ही नियोजन करते हुए वाहनों की व्यवस्था की जा रही है. वहीं मतदान वाले दिन सभी पैनलों व प्रत्याशी को एक-एक मतदाता के पीछे काफी दौडभाग करनी पडेगी. यह अभी से तय दिखाई दे रहा है.

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