* एबीपीएस सिस्टम कार्यान्वीत हुआ
अमरावती/ दि. 2– महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत काम करने वाले मजदूरों की हाजिरी मोबाइल एप पर दर्ज करना बंधनकारक करने के बाद अब मजदूरोंका जॉब कार्ड आधार कार्ड से जोडा जा रहा है. अब तक जिले में 3 लाख 67 हजार 993 एक्टीव मजदूर हैं. इसमें से 3 लाख 47 हजार 145 मजदूरों के जॉबकार्ड और आधार लिंक हुए हैं. इसका प्रतिशत 75 हैं और 89 हजार 367 मजदूरों का आधार सिंडिंग बाकी है. इस वजह से रोजगार गारंटी योजना में हेराफेरी करने वालों पर पूरी तरह से अंकुश लगाने की संभावना है, इसके चलते सही मजदूरों को नियमित काम मिलेगा.
महाराष्ट्र ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के काम पर रहने वाले मजदूरों को ऑनलाइन तरीके से मजदूरी दी जाती है. दिये गये बैंक खाते में मजदूरी जमा होती है, मगर फिलहाल आधार क्रमांक जिस बैंक के साथ जोडा गया है, उस खाते में मजदूरी जमा होगी, उसे ही अकाउंट बेस पेमेंट, सिस्टम कहा जाता है. जॉब कार्ड, आधार कार्ड एक-दूसरे से लिंक किया जाएगा. जिसके कारण मजदूरों के खाते नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया याने एनपीसीआई संलग्नित होंगे. आधार क्रमांक बैंक खाते के साथ जोडा रहता है, ऐसा सही है फिर भी मजदूरों का एक्टीव रहने वाले बैंक खाते में ही मजदूरी जमा होगी, इसके कारण रोजगार गारंटी योजना में होने वाली हेराफेरी पर अंकुश लगेगा. रोहयो में एक्टीव मजदूरों के जॉब कार्ड आधार कार्ड से जोडने की प्रक्रिया शुरु है. इसमें आज भी 89 हजार 397 जॉब कार्ड आधार के साथ जोडने के लिए विभिन्न तकनीकी परेशानियां आ रही है. संबंधितों को तत्काल ठीक कराना जरुरी है. अन्यथा संबंधितों के बैंक खाते में मजदूरी के रुपए जमा नहीं होंगे.
काफी तकलिफदेह प्रक्रिया
मजदूरों के पास बैंक खाता रहना जरुरी है. मजदूरों के बैंक खाते होना जरुरी है. जिनके पास बैंक खाते है, उनका केवायसी होना जरुरी है. आधार कार्ड में त्रुटी हो, तो ठीक करने के बाद ही बैंक खाते ठीक ढंग से शुरु होंगे. बैंक खाते और आधार कार्ड के साथ जॉब कार्ड जोडना बहुत तकलिफदेह प्रक्रिया है, परंतु जॉब कार्ड व आधार कार्ड लिंक होगा यह तय है.
छुट्टी के दिन भी कार्यालय शुरु
महाराष्ट्र ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के मजदूरों के जॉब कार्ड से आधार कार्ड लिंक किये जा रहे है, अब तक 75 फीसदी आधार सिडिंग हुए है. बकाया प्रक्रिया भी पूरी करने के लिए छुट्टी के दिन भी कार्यालय शुरु रखने के निर्देश संबंधितों को दिये है.
– प्रवीण सिन्हारे, उपमुख्य कार्यकार्यकारी अधिकारी, रोहयो