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बडनेरा विधानसभा क्षेत्र के भी ग्रामीण इलाके रहे मतदान में आगे

मनपा क्षेत्र में शामिल कई शहरी इलाको में मतदान हुआ कम

* मतदान को लेकर नईबस्ती पर भारी रही जुनीबस्ती
* जुनीबस्ती के अधिकांश मतदान केंद्रो पर पडे 65 फीसद से अधिक वोट
* बडनेरा विधानसभा क्षेत्र में हुई औसत 55.78 फीसद वोटिंग
* संसदीय क्षेत्र में सबसे कम वोटिंग बडनेरा में ही, 6 वें स्थान पर रहा
अमरावती/दि. 30 – अमरावती संसदीय क्षेत्र में शामिल बडनेरा विधानसभा क्षेत्र सभी 6 विधानसभा क्षेत्रो में मतदान के लिहाज से 6 वें यानि अंतिम स्थान पर रहा. क्योंकि अमरावती संसदीय सीट हेतु बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम 55.78 फीसद वोटिंग ही हुई. हालांकि बडनेरा विधानसभा क्षेत्र में शामिल ग्रामीण इलाको के मतदान केंद्रो पर तो जमकर वोट पडे तथा ग्रामीण क्षेत्र में कई ऐसे मतदान केंद्र भी रहे, जहां पर 70 फीसद से अधिक ही मतदान हुआ और ग्रामीण क्षेत्र के दो मतदान केंद्रो पर 80 से 90 फीसद वोटिंग हुई. लेकिन अमरावती शहर और मनपा क्षेत्र का हिस्सा रहनेवाले बडनेरा विधानसभा क्षेत्र में शामिल कई इलाको में मतदान की रफ्तार सुस्त रही. जिसके तहत शहरी क्षेत्र के लगभग 72 मतदान केंद्रो पर महज 40 से 50 फीसद वोट पडे. वहीं 168 मतदान केंद्रो पर मतदान का प्रतिशत 50 से 60 फीसद रहा. जिसके चलते औसत मतदान के मामले में बडनेरा विधानसभा क्षेत्र पिछड गया.
उल्लेखनीय है कि, बडनेरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व युवा स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष व विधायक रवि राणा द्वारा विगत तीन कार्यकाल से लगातार किया जा रहा है. जिनकी पत्नी नवनीत राणा ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पिछला लोकसभा चुनाव जीता था और वे सांसद निर्वाचित हुई थी. वहीं बडनेरा क्षेत्र के विधायक रवि राणा की पत्नी नवनीत राणा इस बार संसदीय चुनाव के मैदान में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर थी. जिसके चलते सभी की निगाहें इस बात की ओर लगी हुई थी कि राणा दम्पति के लिए एकतरह से ‘होम पिच’ रहनेवाले बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में कितने प्रतिशत वोटिंग हो पाती है. साथ ही इसमें से क्षेत्र के विधायक रवि राणा की पत्नी व भाजपा प्रत्याशी नवनीत राणा को कितने प्रतिशत वोट हासिल हो पाते है. लेकिन मतगणना निपटने के बाद हैरत तो तब हुई जब बडनेरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में ही सबसे कम 55.78 फीसद मतदान हुआ. ऐसे में अब इस बात को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है कि, यह अत्यल्प मतदान किसके लिए फायदेमंद और किसके लिए नुकसानदेह हो सकता है.
जिला प्रशासन की ओर से विधानसभा क्षेत्रनिहाय मतदान को लेकर जारी किए गए आंकडों को देखने पर पता चलता है कि, अमरावती विधानसभा क्षेत्र की तरह बडनेरा विधानसभा क्षेत्र के भी मुस्लिम एवंम् दलित इलाको में तुलनात्मक रुप से जमकर वोटिंग हुई. विशेष तौर पर बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में शामिल गांव-देहातो में तो आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र की तरह जबरदस्त वोटिंग के रिकॉर्ड ही बना दिए. वहीं दूसरी ओर बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में शामिल रहनेवाले अमरावती मनपा क्षेत्र के संभ्रांत व शहरी इलाको में मतदान का प्रतिशत बेहद कम रहा.
मतदान के आंकडों को देखकर साफ पता चलता है कि, अमरावती शहर का हिस्सा रहनेवाले बडनेरा क्षेत्र में शामिल इलाको में बडनेरा शहर व परिसर की तुलना में मतदान का प्रमाण काफी कम रहा. वहीं जहां तक बडनेरा शहर का सवाल है, तो दो हिस्सो में बंटे बडनेरा शहर में जुनीबस्ती परिसर मतदान के मामले में नईबस्ती परिसर से आगे रही. जहां जुनीबस्ती परिसर के लगभग सभी मतदान केंद्रो पर 60 फीसद से अधिक ही मतदान हुआ. वहीं नईबस्ती बडनेरा के कुछ चुनिंदा मतदान केंद्रो को छोडकर ज्यादातर मतदान केंद्रो पर मतदान का प्रतिशत 60 फीसद से कम रहा. साथ ही कई स्थानो पर तो यह प्रतिशत महज 40 से 50 फीसद का ही था. इसके चलते बडनेरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में औसत 55.78 फीसद मतदान दर्ज हुआ. वहीं इस निर्वाचन क्षेत्र में 44.22 फीसद मतदाता द्वारा मतदान को लेकर अनास्था व उदासिनता दिखाई गई.
पूरे संसदीय क्षेत्र में सबसे कम मतदान होनेवाले बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में कौन लीड ले पाएगा, तथा कौन कितने वोटो से पीछे रहेगा, इसे लेकर अभी से ही कयासो का तौर तेज हो गया. साथ ही उत्सुकता इस बात को लेकर भी देखी जा रही है कि, बडनेरा विधानसभा क्षेत्र में हुए अत्यल्प मतदान का संसदीय क्षेत्र के चुनाव परिणाम पर क्या प्रभाव पडता है, विशेष उल्लेखनीय है कि, शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र का संमिश्र रुप से समावेश रहनेवाले बडनेरा विधानसभा क्षेत्र में जहां एक ओर अमरावती मनपा क्षेत्र में शामिल रहनेवाले अमरावती व बडनेरा शहर के कई प्रभागो का समावेश है. वहीं इस निर्वाचन क्षेत्र में भातकुली से लेकर भानखेडा तक कई ग्रामीण इलाके भी शामिल है. ऐसे में पूरी तरह से संमिश्र बस्ती व इलाके रहनेवाले बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में हुए सबसे कम मतदान का आगे चलकर क्या नतीजा सामने आता है, इस ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है.

* कितने मतदान केंद्रो पर कितने फीसद मतदान
मतदान केंद्र मतदान प्रतिशत
72 40 से 50 फीसद
168 50 से 60 फीसद
78 60 से 70 फीसद
17 70 से 80 फीसद
02 80 से 90 फीसद

* कहां हुआ 70 फीसद से अधिक मतदान
कोलटेक, वासेवाडी, गोपगव्हाण, हातुर्णा, सुकली, वडगांव, रसुलपुर, निंभा, वरुडा, परसोडा, पिंपरी यादगिरे, बोडना, कस्तुरा, वडगांव जीरे, इंदला.

* 40 से 50 फीसद वाले क्षेत्र
राजापेठ, गोपाल टॉकीज, तखतमल होमिओपैथी कालेज परिसर, छाबडा प्लॉट, कांग्रेस नगर, राम नगर, अंबिका नगर, नवाथे प्लॉट, बेनोडा, चैतन्य कालोनी, दस्तुरनगर, लक्ष्मीनारायण नगर, अकोली परिसर, साईबाबा विद्यालय, शिवशक्ती नगर, गणेश नगर, सरोज कालोनी, कलोती नगर, शांतीनगर, जावेद नगर, साईनगर परिसर, सेंट फ्रान्सीस हाईस्कूल परिसर, गोपालनगर, निंभोरा परिसर, गांधी विद्यालय परिसर, भानखेडा,

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