अमरावतीमहाराष्ट्र

दवाइयों की कमी से जूज रहा है ग्रामीण अस्पताल

दररोज 400 के आसपास रुगन आ रहे दवाखाने में

चांदूर रेल्वे/दि.07– गरीब जनता के स्वास्थ्य की जांच करने हेतु सरकार द्वारा ग्रामीण अस्पताल की निर्माण की जाता है, ताकि गरीब जनता को महगे अस्पताल न जाना पड़े. लेकिन स्थानिक ग्रामीण अस्पताल में इन दोनों दवाइयां की कमी के कारण मरीजों की गैरसोय से हो रही है,पर्याप्त दवा न मिलने के कारण उन्हें परेशानी झेलने के साथ-साथ खाजगी अस्पताल की ओर रुख करने की नौबत आन पडी है.

ठंड के इस मौसम में शहर में इन दोनों सर्दी, खांसी, कफ, होने जैसी बीमारी अपने पैर पसार रही है, जिसके शिकार छोटे बच्चे हो रहे हैं. स्थानीय ग्रामीण अस्पताल के ओपीडी में रोज 400 के आसपास मरीज आने की जानकारी मिली है. उपरोक्त बीमारी के लिए महत्वपूर्ण दवा कफ सिरप, तथा छोटे बच्चों को लगने वाली औषधि पिछले कई दिनों से अस्पताल में नहीं है. वही आने वाले मरीजों को पैरासीटामॉल, एमॉक्जीसिलिन, सेंट्रीजीन जैसी दवाई दी जा रही है, जिसका मरीजों के स्वास्थ्य पर कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है, दवाई कम होने की बात यहां के डॉक्टर स्वीकार भी कर रहे हैं, लेकिन ऊपर से दवाइयां ना आने के कारण उनके भी हाथ बंधे हुए हैं वही अस्पताल में एकमेव एक्स-रे मशीन भी कई दिनों से बंद पड़ी थीं, जो हाल ही में दुरुस्त की गई. इसी के चलते पर्याप्त उपचार न होने के चलते आम जनता को नीजि दवाखानों का सहारा लेना पड़ रहा है.

* फिलहाल दवाई की कमी
फिलहाल अस्पताल में कुछ दवाइयां की कमी है , जिसकी हमने मांग की है. दवाई आने के बाद उसका मरीजो को वितरण किया जाएगा.
– आतिश पवार, प्रभारी वैद्यकीय अधिकारी
ग्रामीण रुग्णालय चादूर रेलवे.

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