‘उस’ बच्चे के लिए ग्रामीण पुलिस ने बनाया ‘ग्रीन कॉरिडोर’
बच्चे को इलाज हेतु कराया गया नागपुर में भर्ती
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अमरावती /दि. 27- हाल ही में चिखलदरा पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत रहनेवाले एक छोटे बच्चे के पेट पर इलाज के नाम पर गर्म सलाख से चटके दिए जाने की खबर सामने आई थी. जिसे बेहद गंभीरता से लेते हुए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने इस पूरे मामले की गहन जांच करने के आदेश जारी किए. साथ ही स्थानीय जिला स्त्री अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती रहनेवाले इस बच्चे को बेहतर इलाज हेतु नागपुर में भर्ती कराने के लिए अमरावती से नागपुर तक अतिरिक्त पुलिस बंदोबस्त लगाते हुए ‘ग्रीन कॉरिडोर’ भी साकार किया. जिसके चलते इस बच्चे को विशेष ऐंबुलेंस वाहन के जरिए वैद्यकीय विशेषज्ञों की निगरानी के तहत नागपुर के नेल्सन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
बता दें कि, चिखलदरा तहसील अंतर्गत सोनोरी गांव निवासी राजू लालमन धिकार की पत्नी ने विगत 3 फरवरी को ही अचलपुर के सरकारी अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया था. इस बीच 13 फरवरी को राजू धिकार के पिता लालमन धिकार की बीमारी की वजह से मौत हो गई थी. ऐसे में 23 फरवरी को घर पर दशक्रिया का कार्यक्रम आयोजित था. इस कार्यक्रम के निपटते ही महज 20 दिन पहले जन्मा बच्चा अचानक ही जोर-जोर से रोने लगा. जिसके चलते बच्चे को बिमार जानकर अघोरी इलाज पद्धति के तहत बच्चे की मां ने बच्चे के पेट पर गर्म सलाख से चटके दिए. जिससे बच्चे की हालत बिगड गई. यह बात ध्यान में आते ही राजू धिकार ने अपने नवजात बच्चे को अचलपुर के उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से बच्चे को जिला स्त्री अस्पताल में रेफर किया गया. जहां पर इलाज के दौरान पता चला कि, बच्चे को दिल से संबंधित गंभीर बीमारी है, साथ ही उसकी जान के लिए खतरा भी है.
इस खबर के सामने आते ही ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने चिखलदरा पुलिस को इस मामले में अपराध दर्ज करने का निर्देश जारी करने के साथ ही पूरे मामले से राज्य के राजस्व मंत्री व जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को अवगत कराया. जिन्होंने बच्चे के इलाज को पहली प्राथमिकता देते हुए बच्चे की जान बचाने हेतु हरसंभव प्रयास करने का निर्देश दिया. ऐसे में ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने बच्चे के परिजनों की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए खुद अपने स्तर पर प्रयास कर बच्चे का इलाज सरकारी योजना के तहत नागपुर के निजी अस्पताल में कराने की व्यवस्था की. इसके बाद कल 26 फरवरी को रात 9 बजे अमरावती शहर व ग्रामीण पुलिस द्वारा संयुक्त रुप से नियोजन कर अमरावती से नागपुर के बीच ‘ग्रीन कॉरिडोर’ साकार किया गया तथा उस नवजात बच्चे को विशेष ऐंबुलेंस के जरिए नागपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.