* सीए लढ्ढा और मेहता ने दिये महत्वपूर्ण टिप्स
* एसपी आनंद ने किया कर सलाहकारों का स्वागत
अमरावती /दि.31– अमरावती ग्रामीण पुलिस विभाग एवं सीए अमरावती शाखा के सहयोग से मंथन हॉल, सीपी ऑफिस के पीछे, अमरावती में वित्तीय प्रबंधन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया. इस सत्र का उद्देश्य महाराष्ट्र पुलिस कर्मियों को वित्तीय प्रबंधन और जोखिम एवं लाभ के साथ निवेश विकल्प और आयकर रिटर्न दाखिल करते समय ध्यान में रखने योग्य बुनियादी जानकारी प्रदान करना था, जिससे वे अपने वित्तीय निर्णयों को बेहतर तरीके से ले सकें.
* इस कार्यक्रम में दो विशेषज्ञ वक्ताओं ने मार्गदर्शन
पहले वक्ता, सीए अभय साहू, जिन्होंने वित्तीय प्रबंधन और जोखिम एवं रिटर्न के साथ निवेश विकल्प विषय पर व्याख्यान दिया और दूसरा वक्ता सीए साकेत मेहता, जिन्होंने आईटीआर भरने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें विषय पर जानकारी साझा की. अमरावती सीए शाखा की अध्यक्ष सीए अनुपमा लड्ढा ने भी अपने प्रारंभिक भाषण में कहा कि इस तरह के वित्तीय साक्षरता अभियान पुलिस अधिकारियों के लिए महत्वपूर्ण हैं, ताकि उन्हें आयकर रिटर्न के बारे में बुनियादी जानकारी हो और साथ ही भविष्य में बचत के लिए निवेश संबंधी मुद्दों की भी जानकारी हो. कार्यक्रम में लगभग 100 पुलिस अधिकारी गूगल मीट के माध्यम से, 80 पुलिस अधिकारी यूट्यूब लाइव के माध्यम से, और लगभग 50 पुलिस कर्मी हॉल में मौजूद रहकर शामिल हुए. अपने संबोधन में, सीए अभय साहू ने उपस्थित पुलिस कर्मियों को वित्तीय रूप से सुरक्षित भविष्य की योजना बनाने के लिए प्रेरित किया और कहा: आज लिए गए बेहतर निर्णय, आपको एक बेहतर भविष्य/परिणाम देंगे.
* कृषि भूमि में निवेश, अच्छा विकल्प
उन्होंने यह भी बताया कि भारत एक कृषि प्रधान देश है, और इस दृष्टि से भूमि निवेश का सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है. उन्होंने जल्द से जल्द निवेश निर्णय लेने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि लोग अपने लक्ष्यों को शीघ्रता से प्राप्त कर सकें. उन्होंने वित्तीय अनुशासन के महत्व पर जोर दिया तथा जोखिम को न्यूनतम करते हुए अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए बाजार के रुझानों से अवगत रहने पर जोर दिया.
* सीए मेहता ने बताये आईटीआर के प्रावधान
इसके बाद, सीए साकेत मेहता ने आईटीआर की नई और पुरानी व्यवस्था के बारे में विस्तार से चर्चा की, उनके लाभ और किसे कौन सा विकल्प चुनना चाहिए, इस पर मार्गदर्शन दिया. उन्होंने नकद जमा और निकासी से संबंधित नियमों की भी स्पष्ट व्याख्या की, जिससे पुलिस कर्मियों को कर अनुपालन में सहायता मिल सके. सीए साकेत मेहता ने सभी को हर साल 31 जुलाई को या उससे पहले अपना आयकर रिटर्न दाखिल करने की सलाह दी थी और आयकर पोर्टल पर यह जांचने का अनुरोध किया था कि क्या पैन नंबर उनके आधार कार्ड से जुड़ा है. कार्यक्रम की शुरुआत अमरावती ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद और पीएसआई किरण वानखड़े द्वारा गर्मजोशी भरे स्वागत के साथ हुई. उन्होंने पुलिस कर्मियों के लिए वित्तीय साक्षरता के महत्व पर जोर दिया.