अमरावती/दि.29- जिले में शेतकरी संगठन के पितामह कहलाते साहेबराव नारायणराव कोरडे का गुरुवार को अल्प बीमारी पश्चात निधन हो गया. परिजनों को खेद रहा कि वे कोरडे का नेत्रदान नहीं करवा सके. बहरहाल कोरडे की इच्छानुसार देहदान किया गया. उनका पार्थिव डॉ. पंजाबराव देशमुख वैद्यकीय महाविद्यालय के विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए सौंपा गया.
इस समय उनके निवासस्थान के सामने शोक सभा का आयोजन किया गया. अवयवदान और देहदान का महत्व जयकिरण गावंडे, सुनील साबले, भावसिंह ठाकुर ने बतलाया. किसान नेता विजय विल्हेकर ने भी समाज में हजारों मरीजों को आंखें, गुर्दा, यकृत की आवश्यकता पर जोर दिया. देहदान के समय सुरेश ठाकरे, भाऊ भगवंत देशमुख आदि सहित अनेक की उपस्थिति रही. उल्लेखनीय है कि कोरडे की पत्नी सुमनताई ने शेतकरी महिला आघाड़ी जिलाध्यक्ष के रुप में कार्य और आंदोलनों से छाप छोड़ी थी. कोरडे ने सुमनताई को किसान और महिलाओं के हित में कार्य करने का स्वातंत्र्य दिया था, 12 वर्षों तक सुमनताई ने आंदोलन समर्थ रुप से जारी रखा.