सामाजिक एकता निर्माण करने संत गाडगेबाबा के विचार प्रेरणादायी
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष भैया पवार का प्रतिपादन
अमरावती /दि. 23– जे का रंजले गांजले , त्यासी म्हणावे आपुले, साधु तोच ओडखावा, देव येथेस जाणावां…, इस रिश्ते का का जतन करनेवाले संत गाडगेबाबा के विचार आज भी सामाजिक एकता निर्माण करने प्रेरणादायी है. ऐसा प्रतिपादन प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष भैया पवार ने व्यक्त किया. वें नईबस्ती बडनेराी स्थित संत गाडगे महाराज की पुण्यतिथि के दौरीन बोल रहे थे.
शुक्रवार को बडनेरा के शहीद स्मारक परिसर में सुबह आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्ष के तौर पर भैया पवार उपस्थित थे तथा प्रमुख अतिथि के रुप में उत्तमराव भैंसने, प्रा. सिंग, सूर्यवंशी गुरूजी, संजय बोबडे उपस्थित थे. कार्यक्रम के दौरान संत गाडगबाबा का प्रतिमा का पूजन कर बडनेरा शहर कांग्रेस कमिटी की ओर से अभिवादन किया गया. इस अवसर पर जरूरतमंदो को ब्लैंकेट का वितरण किया गया. कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि उत्तमराव भैंसने ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संत गाडगेबाबा ने जो विचार दिए है, उन विचारो को अपने जीवन में साकार करें.कार्यक्रम का प्रास्ताविक प्रा. सिंग ने रखा तथा संचालन व आभार आयोजक संजय बोबडे ने माना. इस समय प्रकाश पहुरकर, राजश्री कुतरमारे, किशोर खोब्रागडे, यशोदा गायकवाड, शंभू खान, शंकर गव्हाले, ज्ञानेश्वर झोंबाडे, शरद ठोसरे, अर्चना बोबडे, रोमिनो मोंटो, छाया नन्नावरे, भारती पाटिल, छाया बनसोड, कल्पना गायकवाड, मंदा कोडापे, उज्वला कालबांडे, दुर्योधन भोयर, गजानन धंदर आदि उपस्थित थे.