अमरावतीमहाराष्ट्र

संत गजानन महाराज ने श्रद्धा के माध्यम से धर्माचरण की दिखाई दिशा

विजयग्रंथ पारायण समारोह में विधायक सुलभा खोडके का कथन

* श्री नीलकंठ व्यायाम मंडल का भव्य आयोजन
अमरावती/दि.1-श्री गजानन महाराज ने अपनी अद्भुत शक्ति से कई चमत्कार किए. इसमें उन्होंने लाखों भक्तों को श्रद्धा के माध्यम से धर्माचरण की दिशा दिखाई. आज भी उनके चमत्कारों की अनुभूति भक्तों को होती है. लाखों भक्त इस साक्षात्कार को मानते हुए शेगांव में श्रीं के दर्शन के लिए आते है. श्रीं के विचार और कार्य संस्थान के 42 से अधिक विविध सेवा प्रकल्प से संपन्न किए जा रहे है. श्रद्धाभाव से किए सेवा कार्य के शतकोत्तर की ओर बढने वाले अंबागेट के अर्थात परकोट के अंदर स्थित श्री नीलकंठ व्यायाम मंडल अमरावती की ओर से आयोजित श्री संत गजानन महाराज विजयग्रंथ पारायण समारोह यानी सेवा ही साधना को अपनाते हुए भक्तों के माध्यम से सर्वधर्म धार्मिक, जनोपयोगी कार्य श्रद्धाभाव से संपन्न हो रहा है. यह सेवा कार्य अतुलनीय और अनुकरणीय है, इस आशय का कथन विधायक सुलभा संजय खोडके ने किया. रविवार 29 दिसंबर को नीलकंठ चौक में श्री नीलकंठ व्यायाम मंडल की ओर से आयोजित श्री संत गजानन महाराज विजयग्रंथ पारायण समारोह में दी भेंट अवसर पर वे बोल रही थी.
मंडल की ओर से श्री संत गजानन की काचूर्णा की चांदी की मूल चरण पादुका का व निमोणगांव, शिर्डी के श्री साईबाबा की मूल चरण पादुका के दर्शन समारोह का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर पुणे-चिंचवड की नन्हीं सुरभी सुनील ढगे ने अपनी सुमधूर वाणी में श्री गजानन विजय ग्रंथ के कुल 21 अध्याय, करीब 2 हजार पंक्तियां रहने वाले, तथा प्रत्येक पंक्ति की रचना का मुखोद्गत वाचन कर सभी का ध्यान आकर्षित किया. सर्वप्रथम विधायक खोडके ने शेगांव निवासी ब्रह्मांडनायक संत श्री गजानन महाराज व शिर्डी निवासी श्री साईबाबा की प्रतिमा, पादुका का पूजन कर माल्यार्पण किया. तथा श्रीं का कृपाशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने के लिए श्रीं के चरणों में नतमस्तक होकर प्रार्थना की. इस अवसर पर विधायक सुलभा खोडके के हाथों सुरभी ढगे का शॉल, श्रीफल व पुष्पगुच्छ देकर सत्कार किया गया. तथा नीलकंठ व्यायाम मंडल व नीलकंठ महिला मंडल की ओर से विधायक सुलभा खोडके का सत्कार किया गया. पारायण समाप्ति के पश्चात महाआरती व महाप्रसाद का भक्तों ने लाभ लिया. बॉक्स
उठा उठा सकळ जन, करा गजाननाला वंदन…..
मंडल के प्रांगण में आयोजित पारायण समारोह में 500 से अधिक भक्त सहभागी हुए थे. महिला व पुरुषों ने पारंपारिक वेशभुषा कर विजयग्रंथ का पारायण किया. अध्याय वाचन दौरान उठा उठा सकळ जन, करा गजाननाला वंदन..श्री अनंतकोटी ब्रह्मांडनायक महाराजाधिराज योगीराज परब्रह्म, शेगाव निवासी भक्त प्रतिपालक समर्थ श्री गजानन महाराज की जय.. इन जयघोष से संपूर्ण परिसर भक्तिमय हो गया. विजय ग्रंथ पारायण समारोह को सफल बनाने के लिए श्री नीलकंठ व्यायाम मंडल के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों ने प्रयास किए.

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