* राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज पुण्यतिथि महोत्सव प्रारंभ
तिवसा/दि.28– भारतीय संस्कृति में मनुष्य जीवन के उत्थान के लिए दिव्य क्रिया करनेवाले सद्गुरुओं ने धर्म और संस्कृति पर अनंत उपकार किया है. इसलिए गुरुदेव भक्तों ने उनका ऋण चुकाना चाहिए. संतों का स्मरण समारोह आयोजित किया जाता है. संतों एवं महापुरुषों को भुलाया नहीं जा सकता, इस आशय का कथन एड. सचिन देव महाराज ने किया. शुक्रवार से राष्ट्रसंत के पुण्यतिथि महोत्सव की शुरुआत हो चुकी है. इस अवसर पर सामूहिक ध्यान पर चिंतन करते समय वे बोल रहे थे. सामूहिक ध्यान के बाद गुरुकुंज आश्रम से राष्ट्रसंत के प्रतिमा की भव्य शोभायात्रा निकाली गई. इस समय श्री गुरुदेव मानव सेवा छात्रालय के छात्रों ने भा.प.मानकर स्वामी व कडू के मार्गदर्शन में महाकाल दिंडी, ताल, पदन्यास नृत्य प्रस्तुत कर सभी को आकृष्ट किया. भजन, मंत्रोपचार और शंखध्वनी से परिसर का वातावरण भक्तिमय हो गया था. दिंडी का संयोजन अमोल बांबले ने किया. इस अवसर पर अखिल भारतीय श्री गुरुदेव सेवा मंडल की अध्यक्ष पुष्पा बोंडे, सहव्यवस्थापक लक्ष्मण गमे, प्रसिद्धीप्रमुख प्रकाश वाघ, महाप्रबंधक दामोदर पाटिल, महासचिव जनार्दन बोथे उपस्थित थे.