अमरावतीमहाराष्ट्र

मनपा द्वारा कार्रवाई के बावजूद प्लास्टिक वस्तूओं की बिक्री

एमपीसीबी, मनपा और पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह

अमरावती/दि.26– पर्यावरण सहित जमीन का नुकसान करनेवाले 50 मायक्रॉन से कम दर्जे की सिंगल यूज, नॉन ओवन प्लास्टिक पर राज्य शासन द्वारा पाबंदी लगाने के बावजूद शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल शुरु है.
महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के मुताबिक शहर में उत्पादन करनेवाली कंपनी न रहने के बावजूद मनपा के प्लास्टिक बंदी दल की हरदिन कार्रवाई शुरु है. क्योंकि परप्रांतो से पाबंदी रही प्लास्टिक बडी संख्या में आती है और उसकी बिक्री की जाती है. इसको लेकर एमपीसीबी, मनपा और पुलिस एक-दूसरे की तरफ उंगली उठाते रहने से शहर में प्रतिबंधित प्लास्टिक का इस्तेमाल जोरशोर से हो रहा है. इस सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने की जिम्मेदारी तीनों विभाग की है. 2018 से अब तक मनपा के सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंधित दल ने 15 हजार किलो प्लास्टिक जब्त कर आस्थापना से 39 लाख 85 हजार जुर्माना वसूल किया है. इसका असर आम नागरिको सहित आस्थापना पर हुआ दिखाई नहीं देता. कडी कार्रवाई और जनजागरण अब आवश्यक हो गया है. पहली बार प्लास्टिक बरामद होने पर 5 हजार रुपए जुर्माना और उसी आस्थापना में दूसरी बर प्लास्टिक मिलने पर दोगुना जुर्माना वसूला जाता है और तीसरी बार फिर से उसी आस्थापना के पास यदि सिंगल यूज प्लास्टिक बरामद हुई तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है. इस कारण सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल अभी भी शुरु है. पडोसी राज्य से सिंगल यूज प्लास्टिक जिले में आती है. लेकिन यह प्लास्टिक जिस मार्ग से आती है वहीं उसे जब्त क्यों नहीं किया जाता, इस बाबत उदासिनता क्यों? ऐसा प्रश्न नागरिकों द्वारा किया जा रहा है.

* जब्त प्लास्टिक नेशनल कंपनी में भेजा जाता है
मनपा दल द्वारा जब्त किया गया प्लास्टिक नेशनल कंपनी में भेजा जाता है. यहां इस प्लास्टिक की साबुदाने की तरह गोलियां तैयार कर उसकी फिर से अन्य प्लास्टिक की वस्तुओं की निर्माण के लिए बिक्री की जाती है. इससे कुछ पैसे भी मनपा को मिलते है.

* शहर परिसर में सभी तरफ प्लास्टिक पन्नी का कचरा
शहर में घुमने पर सभी तरफ प्लास्टिक पन्नी, सिंगल यूज ग्लास, पत्रावली, द्रोण पडे दिखाई देते है. सभी छोटे-बडे नालो में प्लास्टिक दिखाई देता है. इस कारण नालियां भर जाती है और जमीन का नुकसान होता है. मनपा को भी स्वच्छता के लिए करोडो रुपए खर्च करना पडता है. फिर भी प्लास्टिक पाबंदी की तरफ नागरिको सहित जिम्मेदार विभाग की अनदेखी चलती रहने की प्रतिक्रिया अनेक जागरुक नागरिको ने व्यक्त की है.

* हमारी हर दिन कार्रवाई
मनपा द्वारा हर दिन शहर के विभिन्न आस्थापनाओं सहित फुटपाथ के हॉकर्स की जांच कर प्रतिबंधित प्लास्टिक जब्त की जाती है. साथ ही उनसे 5 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया जाता है.
– डॉ. अजय जाधव, वैद्यकीय स्वच्छता अधिकारी, मनपा.

* उत्पादन सहित यातायात पर करेगे अब कार्रवाई
प्रतिबंधित प्लास्टिक का जिले में कहीं उत्पादन होता रहने की जानकारी मिलने पर तथा बाहर से प्लास्टिक का जिले में यातायात होता रहने का पता चलने पर संबंधितो पर कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए एमपीसीबी, स्थानीय स्वराज्य संस्था को साथ लिया जाएगा.
– विशाल आनंद, एसपी.

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