अमरावती

दशहरे पर हुई 600 दुपहिया व 100 चारपहिया वाहनों की बिक्री

ई-व्हेईकल्स की मांग भी बढी, 200 ई-बाईक बिके

करोडों रूपयों का आर्थिक लेन-देन हुआ
अमरावती-/दि.12  दशहरा पर्व के निमित्त ऑटोमोबाईल सेक्टर में खरीदी व ग्राहकी का अच्छा-खासा उत्साह दिखाई दिया और दशहरा पर्व के चलते एक ही दिन के दौरान 600 दुपहिया और 100 चारपहिया वाहनों की बिक्री हुई. साथ ही 200 से अधिक ई-बाईक भी बिके, ऐसी जानकारी स्थानीय ऑटोमोबाईल व्यवसायियों द्वारा दी गई है.
कोविड संक्रमण एवं लॉकडाउन काल के बाद पहली बार वाहन बिक्री के क्षेत्र में अच्छा-खासा उत्साह दिखाई दिया है और एक ही दिन के दौरान 100 करोड रूपयों से अधिक का आर्थिक लेन-देन हुआ है. कोविड संक्रमण एवं लॉकडाउन काल के दौरान वाहनों की खरीदी व बिक्री पूरी तरह से बंद थी. वहीं इसके पश्चात अचानक ही मांग बढ गई. जिसके चलते वाहनों की किल्लत होने लगी. ऐसे में दुपहिया वाहनों के लिए एक से दो माह की और चारपहिया वाहनों के लिए छह माह की वेटिंग चल रही थी. लेकिन अब यह किल्लत भी खत्म हो गई है और दुपहिया व चारपहिया वाहन ‘ऑन डिमांड’ उपलब्ध हो रहे है. ऐसे में वाहनों की खरीदी बडे पैमाने पर अच्छे-खासे ढंग से हो रही है. हालांकि एलपीजी पर चलनेवाले चारपहिया वाहनों के लिए अब भी दो से चार महिने की प्रतीक्षा करनी पडती है. वहीं दुपहिया वाहनों की बिक्री फर्राटा भर रही है. साथ ही युवाओं में स्पोर्टस बाईक खरीदने का अच्छा-खासा रूझान देखा जा रहा है.

आसान किश्तों पर वाहन होते है उपलब्ध
उल्लेखनीय है कि, पर्व एवं त्यौहारोें के समय सभी वाहन उत्पादक कंपनियों द्वारा अपने-अपने वाहनों की बिक्री हेतु एक से बढकर एक ऑफर और छूट दी जाती है. जिसके तहत शून्य ब्याज दर पर फायनान्स की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है. जिसमें कम से कम डाउन पेमेंट भरते हुए आसान किश्तों पर वाहन बिक्री हेतु उपलब्ध रहते है. कुछ कंपनियों द्वारा तो प्रोसेसिंग फीस माफ और झिरो डाउन पेमेंट की स्कीम चलाकर महज एक रूपये में वाहन ग्राहक को दिये जाते है और बाकी का पैसा आसान किश्तों में भरना होता है. ऐसे में दशहरा और दीपावली जैसे पर्वों पर लोगबाग जमकर नये वाहनों की खरीददारी करते है.

ई-व्हेईकल्स का चलना बढा
इन दिनों पेट्रोल व डीजल के लगातार बढते दामों की वजह से बाजार में बैटरी चलीत वाहनों का भी अच्छा-खासा चलन शुरू हो गया है. जिन्हें ग्राहकों द्वारा पसंद भी किया जा रहा है. हालांकि शुरूआत में कुछ इलेक्ट्रीक वाहनों में तकनीकी दिक्कतोें के चलते आग लगने की घटनाएं सामने आयी थी. इसके बाद सरकार द्वारा ई-वाहनों के निर्माण व उत्पादन को लेकर नियम कडे किये गये और अब इलेक्ट्रीक वाहन पहले की तुलना में काफी हद तक सुरक्षित हो रहे है. जिनकी अच्छी-खासी बिक्री हो रही है.

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