त्यौहारों में अहोरात्र काम करने वाले ‘विघ्नहर्ता’ को सलाम
पुलिस कर्मियों का त्यौहार बीतता है बंदोबस्त में
* 24 बाय 7 मुस्तैद रहती है ‘खाकी’
अमरावती/दि.03– श्रीगणेश की धूमधाम से प्राणप्रतिष्ठा हम करते है. 10 दिनों तक बडे उत्सह के साथ गणेशोत्सव हम मनाते है. विविध आकर्षक झांकियां और पंडाल हम सजाते है और फिर गाजे-बाजे के साथ गणेश विसर्जन की शोभायात्रा हम निकालते है, लेकिन गणेश स्थापना से लेकर गणेश विसर्जन तक पूरे 10 दिनों तक कानून व व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने हेतु सुरक्षा व बंदोबस्त में पुलिस को तैनात रहना पडता है. ताकि पर्व एवं त्यौहारों के दौरान किसी भी तरह का कोई विघ्न न आए. हम सभी तो रोजाना गणेशोत्सव की धूमधाम मनाने के बाद अपने-अपने घरों पर जाकर सो जाते है. लेकिन खाकी वर्दी वाले ये सभी ‘विघ्नहर्ता’ 24 बाय 7 बंदोबस्त में तैनात रहते है. जिनकी उपस्थिति की वजह से शहर सहित जिले में कानून व व्यवस्था की स्थिति हेतु कोई समस्या उत्पन्न नहीं हुई. ऐसे में सभी गणेशोत्सव मंडलों के पदाधिकारियों ने पुलिस महकमें के प्रति आभार ज्ञापित किया है.
उल्लेखनीय है कि, कई पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के घरों में भी धर्म परंपरा के अनुसार गणेश स्थापना होती है. परंतु पुलिस कर्मियों के बिना ही उनके परिजनों द्बारा अपने घर पर गणेश स्थापना करते हुए गणेश विसर्जन किया जाता है. कई बार तो पुलिस कर्मियों के नशीब में अपने घर पर स्थापित श्रीगणेश की आरती करने का भी अवसर नहीं आता. बल्कि अपने घर पर स्थापित श्रीगणेश को दूर से ही हाथ जोडकर वे गणेश भक्तों की सुविधा व सुरक्षा के लिए रास्ते पर बंदोबस्त में तैनात रहते है. त्यौहारों एवं पर्वों के समय 24 घंटें बंदोबस्त रहने के चलते पुलिस कर्मियों के जीवन से पर्व एवं त्यौहार की संकल्पना ही लगभग खत्म हो गई है. वहीं आए दिन लगने वाले बंदोबस्त के चलते जीवनशैली अनियमित रहने की वजह से पुलिस कर्मियों सहित उनके माता-पिता तथा बीबी-बच्चों के स्वास्थ्य पर भी असर पडता है.
* 441 सार्वजनिक मंडलों में मना गणेशोत्सव
शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र अंतर्गत इस बार 441 सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों में विघ्नहर्ता श्रीगणेश की स्थापना की गई थी और सभी छोटे-बडे गणेशोत्सव मंडलों के समक्ष व्यवस्था बनाए रखने हेतु पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी.
* 500 सोसायटियों में हुई गणेश स्थापना
इस बार शहर के 500 से अधिक अपार्टमेंट व सोसायटियों में रहने वाले लोगों द्बारा सामूहिक तौर पर गणेशोत्सव मनाया गया. जिसके तहत कई निवासी संकुलों के पार्किंग एरिया में गणेश प्रतिमा स्थापित की गई थी.
* 10 दिन तक कोई छुट्टी नहीं
स्थानीय पुलिस कर्मियों को कई बार अन्य जिलों में ही बंदोबस्त के लिए भेजा जाता है और कई बार बाहरी जिलों से पुलिस कमिर्र्यों की कुमक को अमरावती बुलाया जाता है. ऐसे में गणेशोत्सव वाले 10 दिनों के दौरान पुलिस कर्मियों को कोई अवकाश लेेने की अनुमति नहीं होती. बल्कि ऐसे समय वे फोन कॉल या वीडियो कॉल के जरिए अपने परिजनों के साथ संपर्क में रहते है.
* 1600 पुलिस कर्मी थे तैनात
शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र अंतर्गत गणेशोत्सव के दौरान शहर के सभी 10 पुलिस थाना क्षेत्रों में लगभग 1 हजार 600 के आसपास पुलिस कर्मचारी बंदोबस्त में तैनात थे.
* 125 अधिकारी भी थे ऑन रोड
पुलिस आयुक्त, पुलिस उपायुक्त व सहायक पुलिस आयुक्त सहित 35 पुलिस निरीक्षक तथा 75 सहायक पुलिस निरीक्षक व उपनिरीक्षक भी गणेशोत्सव के दौरान पूरा समय ऑन रोड रहते हुए ग्राउंड ड्यूटी पर तैनात थे.