अमरावतीमहाराष्ट्र

नांदगांव तहसील में खुलेआम रेती की तस्करी

रेत तस्कर की बल्ले-बल्ले, तहसील प्रशासन चूप

नांदगांव खंडेश्वर/दि.21 – नांदगांव खंडेश्वर तहसील में भारी मात्रा में रेती की तस्करी शुरु है. तहसील प्रशासन कोई भी कार्रवाई करता दिखाई नहीं दे रहा है. इस कारण शासन का भारी नुकसान हो रहा है. खुलेआम तस्करी शुरु रहने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
नांदगांव खंडेश्वर तहसील में सबसे बडी बेंबला नदी है. यह नदी धानोरा शिक्रा, फुबगांव, शेलू नटवा, चिखली वैद्य, शिवणी, खराबी गुंड, धामक, बेलोरा, शिरपुर रोहणा, जावरा, पहुर, सावंगा गुरव, धारवाडी, धानोरा गुरव, मंगरुल चव्हाला से होते हुए गुजरती है. इस नदी में जल प्रवाह अधिक रहने से रेती भारी मात्रा में पायी जाती है. लेकिन इस परिसर में किसी भी घाट की निलामी न होने से यहां से भारी मात्रा में रेती की तस्करी होती है. इसके बावजूद तहसील प्रशासन की अनदेखी है. इस कारण रेत तस्करों का साहस बढता जा रहा है. धामक से बहने वाली मिलमिली नदी से भी रेती तस्करी शुरु है. खुलेआम रेती की तस्करी रहते तहसीलदार खामोश है. तहसीलदार की इस खामोशी से अनेक सवाल निर्माण होते है. सुबह से रात तक रेत तस्कर विभिन्न वाहनों में खुलेआम अवैध रुप से रेती ले जाते दिखाई देते है. लेकिन उन पर कोई भी कार्रवाई नहीं होने से नागरिकों में तीव्र रोष व्याप्त है. वहीं शासन का राजस्व भी डूब रहा है.

* मुख्यालय में अधिकारी रहना जरुरी
पटवारी, मंडल अधिकारी व तहसीलदार मुख्यालय में न रहने से रेत तस्करी के प्रकरण बढते दिखाई दे रहे है, यदि अपने मुख्यालय में रहे तो रेती की तस्कारी पर रोक लगने की संभावना है.

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