मुख्य वन संरक्षक के घर से चंदन का पेड चोरी, जंगलों की सुरक्षा भगवान भरोसे
अमरावती/ दि. 11- वन विभाग के अधिकारियों पर जंगलों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है. जिसके तहत वन अधिकारियों को यह देखना होता है कि जंगलों से वन्य संपदा की चोरी व तस्करी न हो पाए. परंतु जिले में सैकडों एकड के क्षेत्रफल में व्याप्त जंगलों की सुरक्षा का जिम्मा रहनेवाले वन अधिकारी अपने सरकारी आवास में लगे रहनेवाले कीमती वृक्षों को ही नहीं बचा पा रहे. ऐसे में जिले के जंगलों की सुरक्षा को भगवान भरोसे ही कहा जा सकता है.
बेहद विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिले की मुख्य वन सरंक्षक एवं मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प की क्षेत्र संचालक जयोती बैनर्जी के सरकारी निवास स्थान से विगत दिनों कुछ अज्ञात लोगों ने आंगन में लगे चंदन के पेड चुरा लिए है. विशेष उल्लेखनीय है कि गत वर्ष ऐसी ही घटना उपवन संरक्षक कार्यालय में भी घटित हुई थी. ऐसे में सवाल उपस्थित होता है कि जब वन विभाग के कार्यालय और वन अधिकारियों के घर आंगन ही सुरक्षित नहीं है तो वन विभाग द्बारा जंगलों की सुरक्षा कैसे की जा सकती होगी. विशेष उल्लेखनीय है कि मुख्य वन संरक्षक जयोती बैनर्जी के सरकारी आवास से हुई चंदन के पेड की चोरी को लेकर अब तक वन विभाग की ओर से अधिकारिक तौर पर कोई शिकायत ही दर्ज नहीं कराई गई है. जिसे लेकर पर्यावरण प्रेमियों द्बारा आश्चर्य जताया जा रहा है. साथ ही यह संदेह भी जताया जा रहा है कि कहीं इस मामले में वन विभाग के ही कुछ कर्मचारियों का हाथ तो नहीं है.
* मुख्य वन संरक्षक का ‘नो रिस्पॉन्स’
इस पूरे मामले को लेकर जब जानकारी और प्रतिक्रिया हेतु मुख्य वन संरक्षक जयोती बैनर्जी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो कई बार के प्रयास के बावजूद उनकी ओर से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला. ऐसे में इस घटना को लेकर वन विभाग की ओर से कोई अधिकारिक जानकारी नहीं मिल पायी.