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24 फरवरी को कंवरराम धाम पधारेंगे संघ प्रमुख मोहन भागवत

नागपुर में सिंधी समाज के प्रतिनिधि मंडल को दिया आश्वासन

* पपू जीतेंद्रनाथ महाराज की अगुआई में हुई संंघ प्रमुख से भेंट व चर्चा

* संत कंवरराम सिंधू सनातनी वैदिक अभ्यासक विद्यापीठ हेतु उठाई मांग

अमरावती/दि.11- समीपस्थ भानखेडा रोड पर साकार होने जा रहे जरवार में निर्माणाधीन संत कंवरराम धाम को सदिच्छा भेट देने तथा संत कंवरराम सिंधू सनातनी वैदिक अभ्यासक विश्वविद्यालय की स्थापित करवाने की मांग को लेकर नाथ सांप्रदाय के पपू संत जितेंनाथ महाराज की अगुआई तथा कंवरराम धाम के संत साई राजेशलालजी की प्रमुख उपस्थिति के बीच संत कंवरराम धाम ट्रस्ट के पदाधिकारियों व देश के अलग-अलग शहरों से पधारे सिंधी समाज के प्रतिनिधियों का समावेश रहनेवाले प्रतिनिधि मंडल ने गत रोज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से नागपुर में मुलाकात की. इस समय साई राजेशलाल ने उन्हें कंवरराम धाम आने हेतु निमंत्रित किया. जिसे स्वीकार करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आगामी 24 फरवरी 2022 को कंवर धाम जरवार में आने की बात कही.
इस समय संघ प्रमुख मोहन भागवत ने सिंधू सभ्यता को लेकर अपने विचार रखने के साथ ही कहा कि, युनिवर्सिटी स्थापित करने से पहले कुछ काम होना चाहिए. सर्वप्रथम सिंधी रिसर्च सेंटर बनाएं, जहां से सारा प्रकाशन हो, सिंध के इतिहास के पेपर पब्लिश हों. अगर यह बन जाता है, तो किसी से कहा जा सकता है कि, कार्य चल रहा है. एक स्थान पर यह स्थापित हो जाता है तो संसाधनों की कभी नहीं आयेगी. बाद में बाकी जगहों पर भी स्थापित हो जाएगा. उन्होेंने बदलते परिवेश के दौरान भी सिंधी भाषा, साहित्य व संस्कृति को जीवित रखने को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि, प्रत्येक सिंधी परिवार के घर में परिजनों के बीच आपसी बातचीत सिंधी में ही होनी चाहिए. साथ ही सिंधी संस्कृति व भाषा को कायम रखने हेतु सिंधी भाषी कार्यक्रमों का भी आयोजन हो. इसके अलावा घरों में सिंधी पत्र पत्रिकाएं, अखबार बुलाएं. अपने बच्चों को सिंधियत व सिंधी इतिहास बताएं. साहित्यकारों कलाकारों व वक्ताओं को प्रोत्साहन दें.
संघ प्रमुख ने सिंधी समाज को जीवट प्रजाति बताते हुए कहा कि, भले ही सिंधी समाज टाटा, बिरला नहीं है पर किसी की दया पर जीवित नहीं है. कितना भी असंभव कार्य हो, सिंधी समाज बंधू उसे पूरी जिवटता के साथ पूर्ण करता है. संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संघ को हमेशा सिंधी समाज के साथ बताते हुए कहा कि, युनिवर्सिटी के लिए आप बेस तैयार करें, संघ हर कदम पर आप के साथ खडा है और आगामी दो-तीन वर्षों में इस लक्ष्य को पूर्ण कर लिया जायेगा.

* युवा पीढी को वैदिक संस्कृति जोडना अनिवार्य- जितेंद्रनाथ महाराज

इस अवसर पर नाथ सांप्रदाय के पीठाधीश जितेंद्रनाथ महाराज ने अपनी ओर से कहा कि, सिंधी समाज देश विभाजन के समय हिंदू धर्म की खातिर सब कुछ छोड कर भारत आ गया था, किंतु इस समाज ने अपने धर्म को नहीं छोडा. लेकिन आज एक बार फिर मतांतरण के बादल छा रहे हैं. ऐसे में सिंधी युवा पीढी को सिंधू सनातनी वैदिक संस्कृति के साथ जोडने के लिए ऐसे विश्वविद्यालय की नितांत आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि, सिंधी समाज की संस्कृति व भाषा धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है, अस्तित्व पर काले बादल मंडरा रहे हैं. सिंधी भाषा यह दुनिया की एकमात्र ऐसी भाषा है, जिसका कोई विश्वविद्यालय नहीं है. ऐसे में समाज की युवा पीढी को अपनी संस्कृति सभ्यता व भाषा, ज्ञान व वैदिक शिक्षा के साथ जोडने हेतु संत कंवरराम सिंधू सनातनी वैदिक अभ्यासक विश्वविद्यालय की स्थापना अमरावती में हो, और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पाल्यत्व की भूमिका का निभाए.
इस अवसर पर प्रतिनिधि मंडल में शामिल सभी गणमान्यों का संघ प्रमुख के साथ वरिष्ठ समाजसेवी व भारतीय सिंधू सभा नागपुर के अध्यक्ष घनश्यामदास कुकरेजा ने परिचय करवाया. वहीं जबलपुर के विधायक अशोक रोहाणी ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया. इस समय पूज्य कंवर धाम की ओर से मोहन भागवत का सत्कार करते हुए उन्हें संत कंवरराम साहिब की मूर्ति व पुस्तक व प्रसाद प्रदान किया गया.

* विभिन्न शहरों के गणमान्यों का था प्रतिनिधि मंडल में समावेश

संत श्री जितेंद्रनाथ महाराज के सानिध्य में संत साई राजेशलाल जी की प्रमुख उपस्थिति में संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात करने हेतु गये प्रतिनिधिमंडल में इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, जबलपुर के विधायक अशोक रोहाणी, सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मोहनलाल लधानी, फेडरेशन ऑफ सिंधी पंचायत के लखनउ के अध्यक्ष मुरलीधर आहूजा, उद्योजक व समाज सेवी अशोक कामदार (पुणे), साधू वासवानी मिशन (पुणे) के जवाहर कोटवानी, पूज्य कंवर नगर पंचायत के अध्यक्ष एड. वासुदेव नवलानी, भारतीय सिंधू सभा (नागपुर) के अध्यक्ष घनश्यामदास कुकरेजा, डॉ. विजय बख्तार (अमरावती), नागपुर मनपा स्थायी समिति के पूर्व चेअरमेन विरेंद्र कुकरेजा, कंवरधाम ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सुदामचंद तलडा, इंजिनियर अजय बत्रा, भारतीय सिंधू सभा (अमरावती) के अध्यक्ष व नाट्य निर्देशक तुलसी सेतिया, एड. पंकज नवलानी आदि का समावेश था.

* कुकरेजा परिवार ने सभी अतिथियों का किया स्नेहिल स्वागत

संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात करने हेतु नागपुर पहुंचे इस प्रतिनिधि मंडल के भोजन व तरोताजा होने का इंतजाम नागपुर निवासी घनश्यामदास कुकरेजा व विरेंद्र कुकरेजा परिवार ने द्वारा की गई थी. साथ ही देश के सुदूर इलाकों से पधारे अतिथियों के निवास की व्यवस्था में भी कुकरेजा परिवार तत्पर रहा. साथ ही सभी संतजनों व गणमान्यों की कुकरेजा परिवार द्वारा समर्पित भाव से आवभगत व सेवा की गई. सबसे उल्लेखनीय यह रहा कि, सिंध प्रांत की परंपरा के अनुसार कुकरेजा परिवार द्वारा संतजनों के आगमन उपलक्ष्य में रात्रिभोज का आयोजन किया और समाज के प्रतिष्ठित नागरिकों को भोजन हेतु आमंत्रित किया. इस समय कुकरेजा परिवार की रत्ना कुकरेजा व राखी कुकरेजा ने संतजी व अतिथियों का अभिनंदन व स्वागत किया. जिसके लिए संत साई राजेशलालजी ने कुकरेजा परिवार को आशीर्वाद की पखर पहनायी. इस आवभगत व स्वागत के लिए संत कंवरराम धाम ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सुदामचंद तलडा ने कुकरेजा परिवार के प्रति आभार ज्ञापित किया.

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