अमरावती

सैनेटरी पैड केवल एक रुपए में

जन औषधी केंद्र में 50 से 90 फीसद दरें है कम

* सर्वसामान्यों को मिल रही राहत, दवाईयों पर होने वाले खर्च में हो रही बचत
अमरावती/दि.28 – देश में सर्वसामान्य व आर्थिक रुप से पिछडे घटकों को सहुलियत की दर पर दवाईयां मिलने हेतु भारत सरकार द्बारा शुरु की गई प्रधानमंत्री जनऔषधी केंद्र योजना का सभी घटकों के मरीजों को फायदा होता दिखाई दे रहा है. क्योंकि इन जनऔषधी केंद्रों में 50 से 90 फीसद कम दामों पर बेहतरीन गुणवत्ता वाली दवाईयां विक्री हेतु उपलब्ध होती है. साथ ही सैनेटरी पैड महज एक रुपए के दाम पर उपलब्ध होता है.
उल्लेखनीय है कि, भारत सरकार ने मार्च 2025 तक देश में जनऔषधी केंद्रों की संख्या को 10 हजार 500 तक बढाने का लक्ष्य तय किया है और इन सभी केंद्रों पर महिलाओं की जरुरतों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. महिलाओं के लिए आवश्यक रहने वाले सैनिटरी नैपकीन इन औषधी केंद्रों पर बेहद अत्यल्प दाम पर विक्री हेतु उपलब्ध कराए जाते है और नवंबर 2022 तक समूचे देश में इन केंद्रों के जरिए 31 करोड से अधिक सैनेटरी पैड की विक्री हुई. जिसकी वजह से करीब परिवारों की महिलाओं व युवतियों के लिए काफी आसानी हुई है. इसके साथ ही सस्ती दवाओं के चलते मरीजों पर पडने वाला आर्थिक बोझ भी घटा है.

* नवंबर 2008 से शुरु हुई योजना
सर्वसामान्य नागरिकों को अत्यल्प दरों में बेहतरीन गुणवत्ता वाली जेनेरीक दवाईयां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारत सरकार के रसायन व खाद मंत्रालय के फार्मासिटीकल विभाग द्बारा नवंबर 2008 में प्रधानमंत्री जनऔषधी योजना शुरु की गई थी. जिसे अब तेजी के साथ विस्तार दिया जा रहा है.

* जिले में 8 जनऔषधी केंद्र
अन्न व औषधी प्रशासन द्बारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक अमरावती शहर में 6 तथा अचलपुर व अंजनगांव में 1-1 ऐसे कुल 8 प्रधानमंत्री जनऔषधी केंद्र कार्यरत है. इसके अलावा अमरावती शहर में 57 व जिले के तहसील क्षेत्र में 37 स्थानों पर जनऔषधी केंद्र, जनाधार केंद्र व स्वस्थ औषधी सेवा केंद्र कार्यरत रहने की जानकारी भी दी गई है.

* प्रमाणित आपूर्तिकर्ता से ही खरीदी
खुले बाजार में बेची जाने वाली ब्राँडेड दवाईयों की तुलना में जनऔषधियों की कीमत 50 से 90 फीसद तक कम होती है. साथ ही इन दवाईयों की गुणवत्ता को लेकर कोई समझौता भी नहीं किया जाता. स्वास्थ्य संगठन की ओर से गुड मैन्यूफैक्चरिंग प्रमाणित रहने वाले आपूर्तिकर्ता से ही इन जनऔषधी केंद्रों में दवाईयां उपलब्ध कराई जाती है.

* डॉक्टर से करें जनऔषधी लिखकर देने का आग्रह
औषध विभाग द्बारा सार्वजनिक औषध क्षेत्र अंतर्गत बेहतरीन गुणवत्ता वाली दवाईयां सस्ती दरों पर आम नागरिकों को उपलब्ध हो सके. इस उद्देश्य के चलते जनऔषधी उपक्रम शुरु किया गया है. इस उपक्रम के तहत उपलब्ध कराई जाने वाली जनऔषधियों खुले बाजार में मिलने वाली ब्राँडेड औषधियों की तरह ही बेहतरीन गुणवत्ता वाली एवं प्रभावशाली होती है. अत: मरीजों ने अपने डॉक्टर से पर्ची पर जनऔषधी ही लिखकर देने का आग्रह करना चाहिए.

ब्राँडेड दवाईयों की तुलना में जनऔषधियां बेहद कम दाम पर उपलब्ध होती है. इसका फायदा कई लोगों को होता दिखाई दे रहा है. क्योंकि इससे इनका दवाईयों पर होने वाला खर्च काफी हद तक घट गया है. ऐसे में सभी लोगों ने ब्राँडेड दवाईयों की बजाय जनऔषधियों की ओर मुडना चाहिए. ताकि इलाज पर होने वाले खर्च को बचाया जा सके और कम दामों पर बेहतरीन गुणवत्ता वाली प्रभावशाली दवाईयां भी प्राप्त हो सके.
– उमेश घारोटे,
सहायक आयुक्त,
अन्न व औषधी प्रशासन

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