अमरावती

कोरोना संक्रमितों की वजह से अचलपुर में दो शालाओं का हुआ सैनिटाईजेशन

सभी के लिए कोविड टेस्ट कराना किया गया अनिवार्य

  • दत्त जयंती पारायण का भोजन है चर्चा में

परतवाडा प्रतिनिधि/दि.२० – अचलपुर शहर की एक ही रिहायशी बस्ति में 6 लोग कोरोना पॉजीटीव पाये जाने के बाद यहां पर दो शालाओं का सैनिटाईजेशन किया गया. इसके अलावा कोरोना संक्रमण की वजह से मृत हुआ व्यक्ति एक शाला का शिक्षकेत्तर कर्मचारी रहने एवं एक अन्य कोरोना संक्रमित व्यक्ति उसी शाला में शिक्षक के तौर पर कार्यरत रहने की वजह से यह ऐहतियाती कदम उठाया गया है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, आनन-फानन में सैनिटाईजेशन करवायी गयी दोनों शालाएं अचलपुर के एक ही शिक्षा संस्था द्वारा संचालित है. ऐसे में संचालकों ने शालेय प्रशासन को सभी शिक्षकोें व शिक्षकेत्तर कर्मचारियोें की कोविड टेस्ट करवाने का निर्देश दिया है. ऐसे में इन दोनों शालाओं में कार्यरत रहनेवाले सभी लोगों को अपनी कोविड टेस्ट करवानी होगी. ज्ञात रहे कि, इससे पहले जब शालाएं शुरू हुई थी, तो इन दोनोें शालाओं के शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की कोविड टेस्ट करवायी गयी थी. उस समय इन दोनोें शालाओं से वास्ता रखनेवाले कई लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी थी. पश्चात इसी शाला के कई कर्मचारियों की ग्राम पंचायत चुनाव में ड्यूटी लगने की वजह से उन्होेंने अपनी कोविड टेस्ट करवायी थी. इन सभी लोगों को अब एक बार फिर अपनी कोविड टेस्ट करवानी पडेगी. जिसे लेकर इन दोनोें शालाओें से जुडे लोगों में जबर्दस्त भय देखा जा रहा है. इस पूरे मामले के पीछे दत्त जयंती पारायण के सामूहिक भोजन एवं एक शिक्षिका के पौत्र के जन्मदिवस पर आयोजीत कार्यक्रम को जिम्मेदार माना जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक कोरोना संक्रमण की वजह से मृत हुए कर्मचारी की तबियत बीते कुछ दिनों से नरम-गरम चल रही थी. किंतु उन्होंने इसका इलाज कराना जरूरी नहीं समझा. पश्चात उनकी पत्नी को भी स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ होने लगी. इसी दौरान दत्त जयंती आ गयी और इस कर्मचारी ने बुखार रहने के बावजूद ठंडी के मौसम में रोजाना खुला बदन रखते हुए पारायण किया. और पारायण की समाप्ती पर भोजन प्रसाद का आयोजन भी किया. जिसमें दोनों शालाओं के शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों सहित अपने परिचय के लोगोें को आमंत्रित किया गया. इसमें से कुछ लोग एक-दूसरे के संपर्क में आकर कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गये. पश्चात इस शिक्षकेत्तर कर्मचारी को उसकी पत्नी सहित इलाज के लिए अमरावती में भरती कराया गया. जहां पर इस कर्मचारी की इलाज के दौरान मौत हो गयी. ऐसे में इन दिनों अचलपुर में दत्त जयंती का पारायण और भोजन जबर्दस्त ढंग से चर्चा में बना हुआ है. साथ ही इसमें शामिल होनेवाले सभी लोग अपने-अपने स्वास्थ्य को लेकर संदेहित है. उन्हें यह भी डर सता रहा है कि, यदि उनकी कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटीव आती है, तो उन्हें अगले 10-15 दिन शाला में प्रवेश नहीं मिलेगा और उनके संचित अवकाश व्यर्थ ही खर्च हो जायेंगे.
इसके अलावा अचलपुर की एक शाला की पूर्व मुख्याध्यापिका एवं कार्यरत शिक्षिका अपने पौत्र का जन्मदिन मनाने हेतु अचलपुर से कोल्हापुर गये थे. जहां से वापिस लौटते समय वे अपने साथ कोरोना का संक्रमण लेकर आये. उनकी रिपोर्ट पॉजीटीव आने के चलते उन्हें अचलपुर के कुटीर अस्पताल में स्थित डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल में इलाज के लिए भरती किया गया.

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