ब्रेकअप से आहत होकर की थी संजना की हत्या
8 दिन पहले से कर रखी थी वडुरा नाले की रेकी
* मौका मिलने का कर रहा था इंतजार, संजना ने खुद बुलाकर दिया मौका
* रात 9 से 12 बजे के बीच ही हो चुकी थी संजना की हत्या
* पूरी रात नाले में लाश के साथ मौजूद था सोहम
* सुबह होने पर डर के मारे खुद पर कटर चलाकर हुआ था घायल
अमरावती/दि.11– गत रोज बडनेरा पुलिस थानांतर्गत वडुरा गांव में न्यू हनुमान नगर के पास स्थित नाले से संजना शरद वानखडे नामक 19 वर्षीय युवती की रक्तरंजित लाश मिली थी. साथ ही लाश के पास सोहम गणेश ढाले नामक युवक घायल अवस्था में पडा मिला था. जिसे इलाज के लिए जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां से बीती रात उसे रिम्स हॉस्पिटल में रेफर किया गया. वहीं कल रात ही बडनेरा पुलिस ने रिम्स अस्पताल में सोहम ढाले का बयान दर्ज करने के साथ ही उससे पूछताछ भी की और इस पूछताछ में सोहम ढाले ने अपना जुर्म कबूल करते हुए स्वीकार किया कि, उसने ही संजना वानखडे पर पेपर कटर से कई गहरे घाव मारे थे. जिसकी वजह से संजना वानखडे की मौके पर ही मौत हो गई. साथ ही इसके बाद खुद के पकडे जाने की डर की वजह से उसने अपने आप पर भी पेपर कटर से घाव मारते हुए खुद को घायल किया था. हालांकि इसमें सोहम ढाले को कोई बहुत अधिक गहरे घाव नहीं लगे थे. जिसके चलते उसकी जान बच गई.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विगत करीब एक-डेढ वर्षों से प्रेम संबंध रहने के बाद संजना वानखडे ने सोहम ढाले से अलग होने का फैसला लिया था और उसने सोहम ढाले से अपने बे्रकअप की बात भी कहीं थी. जिसके बाद दोनों ने आखिरी बार मिलने का फैसला किया. ताकि एक-दूसरे के मोबाइल में रहने वाले फोटो, वीडियो व संदेश को डिलीट कर सके अथवा कुछ फोटो, वीडियो अपने पेनड्राइव में ले सके. इसके लिए खुद संजना ने सोहम को आखिरी बार मिलने हेतु फोन किया था और दोनों ही संजना की एक्टीवा पर बैठकर घुमने के लिए गए थे.
बता चला है कि, संजना द्बारा ब्रेकअप की बात किए जाने से सोहम बुरी तरह आहत हुआ था और वह संजना को एक तरह से काफी कडा सबक सिखाना चाहता था. जिसके लिए वह विगत 8-10 दिनों से किसी निर्जन व सुनसान स्थान की तलाश कर रहा था. इसी के तहत उसने साई नगर से काफी दूर रहने वाले वडुरा नाला परिसर की रेकी कर रखी थी. जहां पर वह मंगलवार की शाम करीब 7.30 बजे के आसपास संजना को लेकर पहुंचा था. जहां पहुंचने के बाद संजना और सोहम के बीच काफी देर तक पूरानी यादों को लेकर बातें हुई और बातचीत के दौरान कुछ तल्खी व तनातनी भी हुई. इसकी वजह यह थी कि, संजना ब्रेकअप पर अडी हुई थी और सोहम इस प्रेम संबंध को आगे भी जारी रखना चाहता था. परंतु संजय इसके लिए तैयार नहीं थी. ऐसे में सोहम ने तैश मेें आकर ‘तू मेरी नहीं, तो किसी की नहीं’ के इरादे से संजना के गले पर पेपर कटर से वार किया. साथ ही उसके शरीर के कई अंगों पर भी बडी बेदर्दी से पेपर कटर मारा. जिसके चलते संजना के गले व शरीर से खून बहने लगा. प्राथमिक अनुमान के मुताबिक यह घटना रात करीब 9 से 12 बजे के बीच घटित हुई. जिसके बाद संजना बुरी तरह से लहूलूहान होकर वहीं पर गिर पडी और थोडी देर बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई. पश्चात पूरी रात सोहम वानखडे वहीं पर संजना की लाश के पास बैठा रहा और जब सुबह होने को आयी तथा नाले के आसपास कुछ लोगों की चहल-पहल शुरु हुई, तो पकडे जाने के भय से सोहम ने खुद को भी पेपर कटर मारकर घायल कर दिया. ताकि उसकी भी मौत हो जाए. लेकिन इसी समय सोहम के कराहने की आवाज सुनकर नाले के पास से गुजर रहे कुछ लोगों का ध्यान उस ओर गया और यह मामला उजागर हुआ.
बता दें कि, संजना के परिजनों द्बारा दी गई शिकायत के आधार पर बडनेरा पुलिस ने गत रोज ही सोहम ढाले के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए उसे धारा 302 के तहत नामजद किया है. वहीं बीती रात खुद सोहम ढाले ने पुलिस के समक्ष दिए गए बयान में अपना जुर्म कबुल कर लिया है. जिसके तहत संजना वानखडे की मौत से जुडा सच आखिरकार सामने आ गया है.
* संजना का हुआ पीएम, शव सौंपा गया परिवार को
वहीं इस बीच आज दोपहर करीब 2 बजे के आसपास संजना वानखडे के शव का स्थानीय जिला शवागार में डॉ. योगेश गावंडे तथा गायनोकॉलॉजिस्ट डॉ. कालबांडे की टीम द्बारा पोस्टमार्टम किया गया और पोस्टमार्टम के बाद संजना का शव वानखडे परिवार के सुपुर्द किया गया. जिसके पश्चात वानखडे परिवार शव को अंतिम संस्कार करने हेतु परतवाडा लेकर रवाना हुआ. इस संदर्भ में जानकारी हेतु संपर्क किए जाने पर डॉ. योगेश गावंडे ने दै. अमरावती मंडल को बताया कि, संजना के गले व पीठ पर तेज धारदार हथियार के काफी गहरे घाव थे. जहां से काफी अधिक खून बहने के चलते उसकी मौत हुई. इसके अलावा संजना के शरीर पर अन्य 4-5 जगहों पर भी कटर मारने के घाव पाए गए. मौत के समय को लेकर पूछ गए सवाल पर डॉ. गावंडे का कहना रहा कि, पेट से मिले अधपचे खाने को ध्यान में रखते हुए कह सकते है कि, मंगलवार की दोपहर या शाम में आखिरी बार भोजन करने के करीब 4 घंटे बाद संजना की मौत हुई. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि, अगर संजना ने रात 7-8 बजे के आसपास आखिरी बार कुछ खाया होगा, तो इसके 4-5 घंटे बाद रात 11-12 बजे के दौरान उसकी मौत हुई थी. जाहीर तौर पर कटर के घाव लगने के बाद संजना की तुरंत मौत नहीं हुई होगी. बल्कि इसके कुछ वक्त लगा होगा. ऐसे में अनुमान है कि, सोहम ने रात 10 से 11 बजे के बीच संजना के गले पर पेपर कटर मारकर उसे बुरी तरह घायल करते हुए तडप-तडप कर मरने के लिए छोड दिया था और खुद वहीं अपनी तडपती हुई प्रेमिका के बगल में बैठा रहा.
* उसने पहले हाथ उठाया था
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस को दिए गए बयान में सोहम ढाले ने बताया कि, वह संजना के साथ रहना चाहता था, जबकि संजना इस रिश्ते से बाहर निकलना चाहती थी. ऐसे में आखिरी बार मिलने के लिए आयी संजना को वह समझाने का प्रयास कर रहा था. लेकिन संजना कुछ भी सुनने या समझने के लिए तैयार नहीं थी. बल्कि हर बार पर लड-झगड रही थी. साथ ही संजना ने ही इस पर सबसे पहले हाथ उठाया था और दोनों के बीच काफी छिना-झपटी भी हुई. जिसकी वजह से तैश में आकर उसने अपनी जेब से पेपर कटर निकाला और संजना पर सपासप वार कर दिए. लेकिन सोहम के पास इस बात का कोई जवाब नहीं था कि, जब उसका इरादा संजना को जान से मारने का नहीं था और उसके मुताबिक यह सबकुछ अचानक घटित हुआ, तो वह संजना से आखिरी बार मिलने के लिए पिछले 8-10 दिनों से शहर से बाहर निर्जन व सुनसान जगह क्यों खोज रहा था.