संजय गांधी निराधार व श्रावणबाल योजना के अनुदान का तुरंत हो वितरण
प्रहार अपंग क्रांति आंदोलन ने उठाई मांग

अमरावती/दि. 4- विगत तीन-चार माह से संजय गांधी निराधार योजना व श्रावणबाल योजना सहित अन्य योजनाओं के हजारों लाभार्थियों का अनुदान प्रलंबित है. डीबीटी प्रक्रिया के चलते अनुदान नहीं मिलने की वजह से दिव्यांगो व अन्य निराधारों पर भूखमरी की नौबत आन पडी है. वहीं दूसरी ओर डीबीसी व केवाईसी के नाम पर गडबडी चल रही है, जिसे तुरंत खत्म करते हुए सभी पात्र लाभार्थियों को संजय गांधी निराधार योजना व श्रावणबाल योजना का अनुदान तुरंत वितरित किया जाना चाहिए, इस आशय की मांग का ज्ञापन प्रहार जनशक्ति पार्टी अंतर्गत प्रहार अपंग क्रांति आंदोलन द्वारा जिलाधीश को सौंपा गया.
इस ज्ञापन में कहा गया कि, दिव्यांग, कुष्ठरोगी व वयोवृद्ध लोगों के फिंगर प्रिंट के निशान मशीन पर दर्ज नहीं होते. इसी तरह नेत्रहिनों को दिखाई नहीं देता और अति तीव्र दिव्यांग कहीं आ-जा नहीं सकता, ऐसी अनेक समस्याओं के चलते कई दिव्यांगो व निराधारों के आधार लिंक नहीं हो पाते. वहीं किसी की डीबीटी होने के बाद भी उन्हें अनुदान नहीं मिल रहा और अनुदान मिलने में भारी गडबडी व काफी अनियमितता चल रही है. जिससे निराधारों व दिव्यांगो को कई तरह की समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. ऐसे में दिव्यांगो व निराधारों का अनुदान आधार प्रणाली पर नहीं, बल्कि बैंक खाता प्रणाली के आधार पर अदा किया जाना चाहिए.
ज्ञापन सौंपते समय प्रहार जनशक्ति पार्टी के जिला प्रमुख छोटू महाराज वसू तथा प्रहार अपंग क्रांति आंदोलन के चंदू खेडकर सहित श्याम राजपूत, कमलेश गुप्ता, रितेश शर्मा, नौशादभाई, सलिम खान, हेमंत लिखार, अतुल चिडाम, भीमराव वानखडे, अजय तायडे, कांचन मीना, कीर्ति चव्हाण, रेखा काले, राजकन्या वानखडे, अतुल जयसिंगपुरे, दीपक वैद्यवार, पंकज सोनटक्के, हंसराज बेतालकर, रेखा बोंडे, अतुल रामधन, आरती शेरवाने, आशू सावरकर, अंजली, गोहत्रे आदि सहित अनेकों निराधार व दिव्यांगजन उपस्थित थे.