तडीपारी का नोटिस देने के पूर्व ही हिमांशु ने की निखिल की हत्या
नवसारी का निखिल थोरात हत्याकांड

अमरावती / दि.17– विवाद जारी रहते मध्यस्थता करने गए निखिल थोरात नामक युवक की हत्या मामले गाडगे नगर पुलिस के रिमांड पर रहनेवाले आरोपी हिमांशु छेत्री को तडीपार किए जाने का प्रस्ताव अंतिम चरण में था. उसके नाम पर तडीपारी आदेश के पूर्व नोटिस भी जारी कर दिया गया था. लेकिन हिमांशु के व्यसन मुक्ति केंद्र में भर्ती होने की जानकारी संबंधित एएसआई को मिलने से नोटिस तामिल नहीं हो पाई. नोटिस देने के लिए पुलिस उसे खोज रही थी. ऐसे में हिमांशु ने विवाद में मध्यस्थता करनेवाले निखिल थोरात की हत्या कर दी थी.
गौरतलब है कि नवसारी बस स्टैंड के पास 13 जून की रात 12.15 बजे के दौरान महात्मा फुले नगर निवासी निखिल सुभाष थोरात (29) की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी. 14 जून को तडके गाडगे नगर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर हिमांश्ाु छेत्री, यश कनोजिया और जयेश उर्फ तात्या गायकवाड को गिरफ्तार कर लिया था. हिमांश्ाु ने निखिल की गर्दन पर चाकू से वार कर उसकी हत्या की थी. बता दें कि हिमांशु के खिलाफ दंगा, लूटपाट, विनयभंग और आर्म्स अॅक्ट के मामले दर्ज है. गाडगे नगर पुलिस स्टेशन के थानेदार ब्रम्ह गिरी थे तब हिमांशु छेत्री के तडीपारी का प्रस्ताव तैयार किया गया था. इस प्रस्ताव को सहायक पुलिस आयुक्त और उपायुक्त को भी भेजा गया था. लेकिन तडीपारी का नोटिस तामिल न होेने से हिमांशु की तडीपारी के आदेश जारी नहीं हो सके थे. यह प्रक्रिया जारी थी ऐसे में उसने निखिल थोरात की हत्या कर दी.
* आरोपी 18 तक पुलिस हिरासत में
गाडगे नगर पुलिस ने हिमांश्ाु छेत्री, यश कनोजीया और जयेश गायकवाड को शनिवार 14 जून को दोपहर में अदालत में पेश कर 18 जून तक पुलिस रिमांड पर लिया है. मृतक और आरोपी एक दूसरे को जानते थे. इसके बावजूद क्या निखिल की हत्या केवल मध्यस्थता करने की वजह से की गई? इस हत्या के पिछे का असली कारण पुलिस हिरासत के दौरान सामने लाने का प्रयास पुलिस कर रही है. सहायक निरीक्षक मानकर मामले की आगे जांच कर रहे है.
* तडीपारी का प्रस्ताव प्रक्रिया में था
हिमांशु छेत्री का प्रस्ताव प्रक्रिया में था, उसे नोटिस भी जारी किया गया था. इस प्रक्रिया पर अंतिम मुहर लगना शेष थी. तडीपारी का आदेश तामिल नहीं हुआ था.
-सागर पाटिल पुलिस उपायुक्त