अमरावतीमहाराष्ट्र

संत बगाजी महाराज समाधि समारोह 6 और 7 को

तीर्थस्थल वरुड बगाजी में आयोजन

वरुड/दि.3-विदर्भ के पैठण तीर्थस्थल वरुड (बगाजी) ता. धामणगांव रेल्वे में है. संत बगाजी महाराज यह संत श्रेष्ठ एकनाथ महाराज के शिष्य थे. नाथ महाराज ने बगाजी महाराज को वरुड में एकनाथ का झंडा लेकर भेजा था. तबसे वरुड को प्रतीपैठण के रूप में संबोधित किया जाता है. महादेव मारुती देवस्थान की ओर से व ग्रामवासियों की ओर से 6 और 7 मई को समाधि समारोह का आयोजन किया है. समारोह निमित्त ह.भ.प वैष्णवीताई खडतकर (आळंदीकर) का संगीतमय भागवत होगा. 6 मई को तात्या महाराज पिंपले कुर्‍हा का कीर्तन होगा. तथा 7 मई को दशमी निमित्त वत्सलाबाई देशमुख स्मृति में विदर्भ के प्रसिद्ध कीर्तनकार संदीप महाराज तायवाडे का कीर्तन होगा. इस अवसर पर नागपुर हाईकोर्ट के एड. प्रदीप देशमुख उपस्थित रहेंगे, यह जानकारी महादेव मारुती देवस्थान के अध्यक्ष भीमरावजी देशमुख व समाधि समारोह के आयोजक धीरज महाराज तिजारे ने दी.
ग्रामवासियों ने बगाजी महाराज के दर्शन व संगीतमय भागवत का लाभ लेने का आवाहन दिनेश दगडकर, पंकज देशमुख, प्रकाशराव तायवाडे, प्रथमेश तायवाडे, आशिष जगताप, बबलुभाऊ खडसे ने किया. बतादें कि, विदर्भ का सबसे बडा बांध बगाजी सागर इसी स्थान पर है. पूर्व मंत्री शरद काले आर्वी यह महाराज के भक्त थे. बगाजी महाराज के तीर्थ से कुष्ठरोगी ठीक होता है, ऐसा कईयों का अनुभव है.

 

 

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