अमरावती

संत गाडगे बाबा स्मृति वाहन पुन: करेगा संपूर्ण राज्य का भ्रमण

अत्याधुनिक वाहन द्वारा किया जाएगा समाज प्रबोधन

  • गाडगे बाबा प्रचार सेवा समिति का उपक्रम

अमरावती प्रतिनिधि/दि.३१ – संत गाडगे बाबा ने अपना संपूर्ण जीवन लोककल्याण व समाज प्रबोधन के कार्यो में अर्पित कर दिया था. संत गाडगे बाबा ने १ फरवरी १९०५ में गृहस्थ आश्राम का त्याग कर अपना संपूर्ण जीवन गरीबों, अंधजनो, कुष्ठरोगियों, मूक प्राणियों की सेवा में अर्पित कर दिया था. उन्होंने तीर्थक्षेत्रों में अनेक धर्मशालाओं का निर्माण किया था. उनके द्वारा किए गए अविरत सामाजिक कार्यो को देखकर तत्कालीन मुख्यमंत्री बी.जी. खेर ने गाडगे बाबा को महाराष्ट्र राज्य शासन की ओर से १ मार्च १९५० को समाज प्रबोधन के लिए बीएम झेड ५३४१ वाहन प्रदान किया था.
महाराष्ट्र शासन द्वारा प्रदान किए गए वाहन में प्रवास कर बाबा ने समाज प्रबोधन का कार्य व जनजागृति का कार्य आरंभ किया था. बाबा द्वारा की गई लोकसेवा व सामजसेवा के चलते अमरावती के पास वलगांव स्थित पेढी नदी के पुल पर उसी वाहन में २० दिसंबर १९५६ को उन्होंने अंतिम सास ली थी. अब वह वाहन जीर्ण शीर्ण हो चुका है. उसकी जगह पर अब नया वाहन खरीदीकर उसे पुराने वाहन का स्वरुप प्रदान कर दिया. जिससे अब संत गाडगेबाबा स्मृति वाहन संपूर्ण राज्यभर में भ्रमण कर गाडगेबाबा द्वारा शुरु किए गए जनजागृति अभियान को आगे बढाएगा.
संत गाडगे बाबा के विचारो को आत्मसात कर चांदूरबाजार तहसील स्थित नागरवाडी के संत गाडगे महाराज सेवा समिति की ओर से संपूर्ण महाराष्ट्र में संत गाडगे बाबा के दस सूत्रीय संदेश का प्रचार व प्रसार हो इसके लिए सर्व सुविधाओं से युक्त आधुनिक वाहन खरीदी करने का मानस २०२० में बापूसाहब देशमुख, सागर देशमुख, डॉॅ. बालासाहब कावरे की उपस्थिति में बैठक में निर्णय लिया गया था. जिसमें २६ अक्तूबर को स्थानीय पंचायत समिति सभापति उर्मिला डाबेराव व उपसभापति सुभाष राउत व सभी कर्मचारियों ने ५१ हजार की राशि संत गाडगे महाराज प्रचार सेवा समिति के सागर देशमुख को प्रदान की. जिसमें अब नए वाहन से संत गाडगेबाबा के विचारों को संपूर्ण राज्यभर में भ्रमण कर पहुंचाया जाएगा.

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