संत नामदेव महाराज विश्व व्यापक है-सुनील ठाकरे

प्रतिनिधि/दि.२१
अमरावती– संत नामदेव महाराज विश्वव्यापक है. उन्होंने मानवता का विचार कर लेखन का कार्य किया है. उन्होंने लगभग ७०० वर्ष पूर्व क्रांति की शुरूआत की थी और उन्होंने संपूर्ण देश में प्रवास कर जनजागृति का कार्य किया है. उनके द्वारा किए गये विविध सामाजिक कार्य आज देश के लिए आदर्श बन गये, ऐसा प्रतिपादन सुनील ठाकरे ने व्यक्त किए. वे वैष्णव शिंपी समाज चंद्रपुर व्याख्यान के फेसबुक पर सीधे प्रसारण के माध्यम से बोल रहे थे. यह आयोजन चंद्रपुर शिंपी समाज द्वारा फेसबुक पर किया गया था. संत नामदेव महाराज की पुण्यतिथि पर आयोजित इस व्याख्यान माला का विषय विश्व व्यापक संत नामदेव महाराज था.
वक्ता सुनील ठाकरे ने आगे कहा कि संत नामदेव महाराज ग्लोबल क्रांतिकारक थे. उन्होंने उनके कार्यकाल में महाराष्ट्र पंजाब, गुजरात, राजस्थान, जम्मू सहित संपूर्ण भारत का प्रवास किया. आज भी उनके नाम के मंदिर, गुरूद्वारा, उनके नाम के तलाव इसके गवाह विविध प्रांतों में नामदेव यह उपनाम लगाया जाता है. संत नामदेव उत्कृष्ठ संगठक भी थे और वे प्रतिभावंत कवि के साथ साथ वारकरी कीर्तनकार व संगीतकार भी थे. आज विश्व के अनेको देशों में उनके अध्ययन पर संशोधन हो रहा है. पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जेलसिंग के प्रयासों से पुणे विद्यापीठ में संत नामदेव अध्यासन केन्द्र शुरू हुआ है.
संत नामदेव महाराज ने वारकरी धर्म का विस्तार किया. उन्होंने विविध जाति धर्म के लोगों को संगठित किया. संत जनाबाई, संत शोयराबाई जैसी स्त्रियों को वारकरी धर्म में मान का स्थान दिया और भक्ति का मार्ग सरल किया. भक्ति का लोकशााहीकरण किया.े सभी भक्तों को अधिकार दिलाया. संत नामदेव महाराज पुण्यतिथि पर आयोजित फेसबुक प्रसारण व्याख्यान माला को सफल बनाने के लिए राजू लांडे, संजय तुरीले, अविनाश रेभनकर, अल्हाद बहाले, प्रवीण जुमड़े, बल्लूजी जुमड़े, सुमीकरण टिकले, स्वप्निल कोहले, कपिश उजगावकर, वैभव अडसूलेे, सुमित ढगे, डॉ. दिनेश विडुलकर ने अथक प्रयास किए.