अमरावती

संत सावता माली किसान-खेत मजदूर प्रबोधन सम्मेलन

निंभा में हुतात्मा दिन निमित्त आयोजन

अमरावती/दि.4 – श्री संत सावता माली किसान आघाड़ी की ओर से निंभा में हुतात्मा दिन निमित्त संत सावता माली किसान-खेत मजदूर प्रबोधन सम्मेलन आयोजित किया गया. सम्मेलन की शुरुआत संत सावता महाराज, महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले, महात्मा गांधी का अभिवादन कर की गई. कार्यक्रम में उपेक्षित समाज महासंघ के अध्यक्ष प्रा. श्रीकृष्ण बनसोड,अशोक दहिकर, सुप्रसिद्ध नाट्यकर्मी व प्रबोधनकार वैशाली ढाकुलकर,शंकर आचरकाटे, सुनंदा आचरकाटे, पूर्व सरपंच रानी मठ्ठा, पुलिस पाटील कविता पाचघरे, श्रीकृष्णदास माहोरे,एड. एस.एस. श्रीखंडे आदि उपस्थित थे.
अध्यक्षीय भाषण में प्रा. श्रीकृष्ण बनसोड ने कहा कि केंद्र सरकार का नियोजन यह किसान विरोधी व किसानों का शोषण को खादपानी डालने वाला है. तब महात्मा फुले लिखित शेतकर्‍यांचा आसूड के विचार ही किसान को आत्महत्या से बचा सकते हैं, ऐसा प्रतिपादन बनसोड ने किया. वहीं प्रा.अलका श्रीखंडे, सुनंदा बनसोड, जयश्री कुबडे, लता चिंचोलकर,मीना बकाले,सुनंदा आखरे,रेखा खैरे, कांचन मोघे, मालती इंगले,सारिका आचरकाटे आदि महिला पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त किए.
सम्मेलन में अनिल भगत,मधुकर आखरे,विलास मोघे,गजानन आचरकाटे, रामकिशन पाचडे, अजय बाहे,युवराज गजभिये, दयाराम कावरे,संदीप आचरकाटे,शंकर टिके,मधुकर सहारे,अनिल बाहे, शंकर आचरकाटे,कुणाल गजभिये,नारायण आचरकाटे,विजय कावरे, साहेबराव टिके, प्रदीप आचरकाटे, सागर पाचडे, अशोक बाहे, मुकुंद टिके,पांडुरंग वालकल,गोविंद रॉय,अशोक निखरे, विनोद आचरकाटे, अरुण सहारे,भारत सिंगरधुपे,राजेन्द्र पाचडे,बालू चौधरी,कमल सारडा, हरिभाऊ पापलकर, नंदू कवडे, दिनेश जाजू, राजेन्द्र पाचडे, आशा आचरकाटे,धार्मिक आचरकाटे,मालपाणी,अग्रवाल आदि उपस्थित थे.

Related Articles

Back to top button