अमरावती

काव्यगोष्ठी में सप्तरंगी कविताओं की हुई बरसात

सप्तरंगी हिंदी साहित्य संस्था का उपक्रम

अमरावती/दि.17– सप्तरंगी हिंदी साहित्य संस्था द्वारा मंगलमूर्ति अपार्टमेंट में सत्यप्रकाश गुप्ता के निवास पर काव्य गोष्ठी का आयोजन संस्था के अध्यक्ष शंकर भूतड़ा की अध्यक्षता में किया गया.
कार्यक्रम की शुरुआत में दीपक सूर्यवंशी ने अपनी गजल- रुख से पर्दा हटा गया कोई… से सभी को भावविभोर कर दिया. पश्चात नरेन्द्र देवरणकर ने- प्रेम पाने की कोर्ई वस्तु नहीं, प्रेम महसूस करके देखिए, मिटा है तुम पर…आदि गीतों द्वारा सबका मन मोह लिया. वहीं चंद्रभूषण किल्लेदार ने बरसात के मजे लेने की बात कही. मोती हरजीतकार ने अपनी रचना द्वारा चाहत की बात की. हनुमान गुजर ने अपनी गजल द्वारा स्वाभिमान की बात की. पश्चात अब्दुल बशीर ने अपनी रचना द्वारा कौमी एकता की बात की. दीपक दुबे अकेला ने बिना थके निरंतर काम करने की बात की. साथ ही हास्य कवि मनोज मद्रासी ने अपनी रचना द्वारा सभी को खूब हंसाया. प्रीतम जौनपुरी ने दो हजार की नोट बंदी पर रचना पेश कर खूब वाहवाही लूटी.
इस अवसर पर अध्यक्ष शंकर भूतड़ा ने कवियों को बुलाकर मान धन न देना व संबंध का गलत फायदा उठाना जैसी बातों की तरफ लोगों का ध्यानाकर्षित किया. वहीं सत्यप्रकाश जी ने अपने जापान के दोस्त के प्रेम की बात बतायी व अपने निवास पर पधारने पर सभी का शुक्रिया अदा किया.संचालन हास्य कवि प्रीतम जौनपुरी ने व आभार प्रदर्शन मनोहर तिखिले ने किया.

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