अमरावती

सरनाईक ने फतह किया किला

शिक्षक विधायक पद के चुनाव में रहे विजयी

  • 36 घंटे चली मतगणना में हासिल किया जीत हेतु आवश्यक मतों का कोटा

  • निवर्तमान विधायक श्रीकांत देशपांडे रहे दूसरे स्थान पर

अमरावती प्रतिनिधि/दि.5 – विगत 1 दिसंबर को शिक्षक विधायक पद हेतु हुए चुनाव की मतगणना गुरूवार 3 दिसंबर की सुबह 8 बजे से शुरू होकर शुक्रवार 4 दिसंबर की रात करीब 10 बजे तक चली. पहली पसंद के वोटों की दो राउंड में हुई गिनती के बाद दूसरी पसंद के वोटोें की गिनती 25 राउंड तक चलती रही. जिसके बाद पहली व दूसरी पसंद के 15 हजार 606 वोट हासिल करते हुए शिक्षक संघ की ओर से प्रत्याशी बनाये गये वाशिम निवासी एड. किरण सरनाईक ने इस चुनाव में जीत हासिल की. वहीं निवर्तमान शिक्षक विधायक तथा महाविकास आघाडी के प्रत्याशी प्रा. श्रीकांत देशपांडे पहली व दूसरी पसंद के 9 हजार 191 वोट हासिल करते हुए दूसरे स्थान पर रहे. इस मतगणना में जीत हेतू 14 हजार 916 वोटों का कोटा तय किया गया था और 25 वें राउंड में किरण सरनाईक को मिले वोटों की संख्या 15 हजार 606 होते ही निर्वाचन निर्णय अधिकारी व संभागीय राजस्व आयुक्त पीयुष सिंह ने निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार एड. किरण सरनाईक को इस चुनाव में विजयी घोषित करते हुए उन्हें जीत का प्रमाणपत्र दिया.
बता दें कि, 1 दिसंबर को हुए मतदान के बाद गुरूवार 3 दिसंबर से स्थानीय विलास नगर स्थित सरकारी अनाज गोदाम में बनाये गये मतगणना स्थल पर वोटों की गिनती शुरू हुई थी. पहली पसंद के वोटों की गणना में कुल 30 हजार 918 वोटों में 1 हजार 89 वोट अवैध साबित हुए और 29 हजार 829 वैध वोटों की संख्या के आधार पर जीत के लिए 14 हजार 916 वोटों का कोटा तय किया गया. पहली पसंदवाले वोटों की मतगणना के पहले राउंड से ही निर्दलीय प्रत्याशी एड. किरण सरनाईक ने बढत बनायी और यह बढत दूसरे राउंड में भी कायम रही. इन पहले दो राउंड में एड. किरण सरनाईक ने पहली पसंद के वोटों में से कुल 6 हजार 88 वोट हासिल किये. वहीं महाविकास आघाडी के प्रा. श्रीकांत देशपांडे को 5 हजार 122 व तीसरे स्थान पर रहे शिक्षक महासंघ के शेखर भोयर को 4 हजार 889 वोट हासिल हुए. इसके साथ ही इन दो राउंड में संगीता शिंदे को 2857, डॉ. अविनाश बोरडे को 2747, भाजपा प्रत्याशी डॉ. नितीन धांडे को 2127, निलेश गावंडे को 2122, प्रकाश कालबांडे को 1219 तथा लोकभारती के दिलीप निंभोरकर को 555 वोट हासिल हुए थे.पहली पसंद के वोटों की गिनती में किसी भी प्रत्याशी ने जीत हेतु आवश्यक वोटों का कोटा प्राप्त नहीं किया था. जिसके चलते दूसरी पसंद के वोटोें की गिनती करना शुरू किया गया. जिसके तहत पहली पसंद के सबसे कम वोट हासिल करनेवाले प्रत्याशी की मतपत्रिकाओं में मतदाताओं द्वारा दिये गये दूसरी पसंद के वोटों की गिनती की जाने लगी. इस प्रक्रिया के चलते राउंड-दर-राउंड सबसे निचली पायदान पर रहनेवाले प्रत्याशी चुनावी रेस से बाहर होने लगे और उपरी पायदान पर रहनेवाले प्रत्याशियों के खाते में उन्हें मिले दूसरी पसंद के वोटों की संख्या जुडने लगी. दूसरी पसंद के वोटों की गिनती का काम 25 राउंड तक चलता रहा. इसमें भी एड. किरण सरनाईक ने हर राउंड में अपनी बढत बनाये रखी, जो 21 वें राउंड तक बरकरार रही. जब उन्होंने मतगणना से बाहर होनेवाले निर्दलीय प्रत्याशी निलेश गावंडे की मतपत्रिकाओं के दूसरी पसंद के सर्वाधिक 1042 वोट हासिल करते हुए अपने निकटतम प्रतिद्वंदी श्रीकांत देशपांडे पर 1898 वोटों की लीड हासिल की. लेकिन 22 वे राउंड में प्रा. श्रीकांत देशपांडे ने 599, किरण सरनाईक ने 338, शेखर भोयर ने 246, संगीता शिंदे ने 338 व डॉ. अविनाश बोरडे ने 248 वोट हासिल किये. इस राउंड में एड. किरण सरनाईक यद्यपि सबसे आगे ही थे. लेकिन उनके वोटों की लीड कुछ हद तक कम हुई थी. इसके बाद 23 वे व 24 वें राउंड में भाजपा प्रत्याशी डॉ. नितीन धांडे व विज्युक्टा प्रत्याशी डॉ. अविनाश बोरडे सहित शिक्षक संघर्ष संगठन की प्रत्याशी संगीता शिंदे एक-एक कर मतगणना के रेस से बाहर हो गये और 24 वें राउंड में संगीता शिंदे की मतपत्रिकाओं से एड. किरण सरनाईक को 1110, प्रा. श्रीकांत देशपांडे को 770 तथा शेखर भोयर को 1168 वोट हासिल हुए. इस राउंड तक पहली व दूसरी पसंद के वोटों को मिलाकर एड. किरण सरनाईक को 9952, प्रा. श्रीकांत देशपांडे को 7793 वोट मिले थे और तीसरे स्थान पर रहनेवाले शेखर भोयर को मतगणना की रेस से बाहर करते हुए उन्हेें मिले पहली पसंद के वोटों की दुबारा गिनती करते हुए उन मतपत्रिकाओं में एड. किरण सरनाईक व प्रा. श्रीकांत देशपांडे को मिले दूसरी पसंद के वोटों की गणना करनी शुरू की गई. जिसके बाद एड. सरनाईक को मिले वोटों की संख्या 12 हजार 433 व प्रा. श्रीकांत देशपांडे को मिले वोटों की संख्या 9 हजार 191 हो गयी. इसके साथ ही एड. किरण सरनाईक की जीत सुनिश्चित हो गयी थी, लेकिन चूंकि जीत हेतु आवश्यक 14 हजार 916 वोटों का कोटा पूरा नहीं हुआ था. ऐसे में दूसरे स्थान पर रहनेवाले प्रा. श्रीकांत देशपांडे की पहली पसंदवाली मतपत्रिकाओं से एड. किरण सरनाईक को मिले दूसरी पसंदवाले वोटों की गिनती शुरू की गई. जिसके बाद एड. किरण सरनाईक को मिलनेवाले कुल वोटों की संख्या 15 हजार 606 हो गयी और उन्हें अमरावती संभाग का नया शिक्षक विधायक निर्वाचित घोषित करते हुए निर्वाचन निर्णय अधिकारी पीयूष सिंह ने उन्हें जीत का प्रमाणपत्र प्रदान किया. हालांकि इस अधिकृत घोषणा के पहले ही मतगणना स्थल परिसर में उपस्थित एड. किरण सरनाईक के समर्थकों ने उनकी जीत का जल्लोष करना शुरू कर दिया था. साथ ही एड. किरण सरनाईक के पैतृक जिले वाशिम में भी जिले को पहली बार शिक्षक विधायक पद मिलने के चलते जल्लोष का वातावरण दिखाई दिया.

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