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आट्या पाटया में गोल्ड, सिल्वर, ब्रॉन्ज तीनों जीते हैं सर्वेश ने

अनेक राष्ट्रीय खेलों में नाम कमाया

* शिव छत्रपति मिलने पर मेन परिवार हर्षित
अमरावती/ दि. 22 – पश्चिम विदर्भ के अमरावती को शिक्षा की माहेर कहा जाता है. उसी प्रकार विश्व प्रसिध्द हनुमान अखाडे के कारण खेल जगत में भी अंबा नगरी का नाम है. अंबा नगरी के 6 खिलाडियों को पिछले सप्ताह प्रदेश के गवर्नर राधाकृष्णनन के हस्ते प्रतिष्ठापूर्ण शिव छत्रपति अवार्ड से सम्मानित किया गया. उनमें मध्यम वर्ग के सर्वेश मेन का भी समावेश हैं. सर्वेश ने परिश्रम के बूते आटया पाटया में राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताएं खेली और अपने क्षेत्र व दल को तीनों स्वरूप के मेडल जितवाए. सर्वेश के पिता रवीन्द्र मेन रवि नगर चौक पर सोडा का स्टॉल लगाते हैं. जबकि माता जी सविता मेन गृहणी है. छोटे भाई आदित्य मेन हैं. मेन परिवार को सर्वेश के राज्य शिव छत्रपति अवार्ड मिलने की अपार प्रसन्नता हुई. संपूर्ण परिवार अवार्ड ग्रहण करने पुणे के बालेवाडी पहुंचा था. सर्वेश के बडे पिताजी दिलीप मेन और उनके अन्य परिजन भी आए थे. अमरावती मंडल से बातचीत में सर्वेश मेन ने बताया कि देश के लिए नेपाल में स्वर्णपदक जीतना उनके जीवन का अब तक का सबसे सुखद क्षण रहा है. सर्वेश की प्राथमिक शिक्षा इंदिरा गांधी विद्यालय पन्नालाल नगर और हाईस्कूल की शिक्षा न्यू हाईस्कूल मेन में हुई है. उन्होंने बियानी कॉलेज से बीएससी कम्प्यूटर की डिग्री हासिल करने से पहले जूनियर कॉलेज रामकृष्ण विद्यालय से किया.
वीर अभिमन्यु मंडल का खिलाडी
सर्वेश मेन वीर अभिमन्यु मंडल के खिलाडी रहे हैं. उन्होंने 2021- 22 में अमरावती का सर्वश्रेष्ठ जिला खेल पुरस्कार प्राप्त किया था. कम्प्यूटर में स्नातक सर्वेश नेपाल में अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा में गोल्ड जीत चुके हैं. उसी प्रकार कर्नाटक में जनवरी 2019 में हुई सीनियर राष्ट्रीय स्पर्धा में कांस्य, उसी वर्ष दिसंबर में महाराष्ट्र में हुई सीनियर राष्ट्रीय स्पर्धा में रजत पदक जीत चुके है. ऐसे ही पांडीचेरी में 2022 में हुई स्पर्धा में कांस्य और तमिलनाडू की नवंबर 2023 की स्पर्धा में चांदी का पदक जीत चुके हैं. फेडरेशन कप की 2019 से 2024 के चार अवसरों पर चांदी, सोना, कांस्य तीनों पदकोें पर सर्वेश मेन ने नाम कमाया. सर्वेश ने बताया कि जूनियर राष्ट्रीय स्पर्धा नवंबर 2016 में भी उन्होंने कास्य पदक हासिल किया था.
डॉ. धाकुलकर प्रशिक्षक
सर्वेश मेन ने बताया कि आटया पाटया में उनकी रूचि वीर अभिमन्यु मंडल के समय से ही रही. उनके बाद उन्होेंने प्रा. डॉ. श्रीधर धाकुलकर से खेल का प्रशिक्षण प्राप्त किया. राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं में साथी खिलाडियों के साथ तालमेल रखकर विजेता बने. सर्वेश मेन ने शहर के कैम्प रोड वृंदावन कॉलोनी में रहते हैं. उनकी माता जी सविता मेन गृहिणी है. अपने सभी परिजनों और साथियों को सर्वेश अपनी सफलता का श्रेय देते हैं. वे स्पर्धा परीक्षा की तैयारी में जुुटे हैं. वे पन्नालाल नगर के वीर अभिमन्यु मंडल के मैदान पर गत 15 वर्षो से अभ्यास करते हैं. सर्वेश मेन ने बताया कि मनपा के पूर्व सभापति मिलिंद बांबल का उन्हें अनेक अवसरों पर साथ और समर्थन मिलता रहा. सर्वेश कहते हैं कि आज के युवा चाहे तो मन पसंद खेल का चयन कर अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं और इस क्षेत्र में भी करियर बना सकते हैं.

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