अमरावतीमहाराष्ट्र

सतीश पालवे है यश की हत्या का मास्टरमाइंड

* आरोपी की गिरफ्तारी की मांग
अमरावती/दि.27-यश रोडगे पर 21 अगस्त को जानलेवा हमला कर उसका अपहरण किया गया.पश्चात उसकी लाख बरामद हुई. इस घटना का मास्टरमाइंड सतीश पालवे है, जिसने उसके साथियों के साथ मिलकर यश की हत्या की है, यह आरोप रोडगे परिवार ने लगाते हुए कहा कि, लेकिन पुलिस ने अब तक यश के हत्यारे मास्टरमाइंड सतीश पालवे को गिरफ्तार नहीं किया है. उसके तुरंत गिरफ्तार करें, तभी यश की हत्या का खुलासा होगा. स्थानीय श्रमिक पत्रकार भवन में सोमवार को रोडगे परिवार ने पत्र-परिषद ली.
पत्र-परिषद में जानकारी देते हुए आरती रोडगे, सुनील कडू, विलास रोडगे, साक्षी रोडगे ने बताया कि, 21 अगस्त को यश की निर्मम हत्या की गई. हमारे भाई और बेटे का कोई अपराध नहीं था. बावजूद इसके उसे झूठे केस में फंसाया गया. जिसके कारण मेरे बेटे की हत्या की गई. पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से जांच नहीं की, बल्कि मेरे बेटे प र ही झूठे आरोप लगाये है. यश की हत्या के मामले में अब तक जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें हत्या के दिन शराब पिलाने और पार्टी करवाने वाला सतीश पालवे था. लेकिन इस हत्या में उसका कहीं भी उल्लेख नहीं है. उसी ने यश को मारने के लिये आरोपियों को उकसाया था, लेकिन पुलिस ने उसे अनदेखा कर मामले की जांच की है. आरती रोडगे ने बताया कि, 1 सितंबर 2023 को यश पर जानलेवा हमला हुआ था. उस समय राजापेठ पुलिस थाने में मामले की शिकायत दर्ज की गई. पुलिस ने इस पूरे मामले को एनसी मैटर घोषित कर फाइल क्लोज कर दी. उस घटना में नितिन इंगले (गल्या) ने यश पर तलवार से वार किया था. फिरभी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी. नितिन इंगले और सतीश पालवे दोनों एक ही गैंग के लोग है. जिसे शहर में डी कंपनी के नाम से जाना जाता है. यह त्रिदेव डेंडवाल व करण डेंडवाल चलाते है. यह दोनों कई बार सतीश व नितिन से मिलने जेल भी गये है और जब यश रोडगे की हत्या हुई और दो दिन बाद 23 अगस्त को आरोपियों को अदालत में पेश किया गया तब यश का बडा भाई एड.लढ्ढा से मिलने कोर्ट परिसर में पहुंचा था. उस समय यश के दोस्त बडे भाई से कोसो दूर खडे थे, फिरभी आरोपियों के समर्थकों ने थाने में यह शिकायत दर्ज की थी कि, यश के सभी दोस्त 23 अगस्त को उन्हें अदालत परिसर में मारने के लिए आये थे. पुलिस ने इस मामले में तुरंत एक्शन लेते हुए यश के सभी दोस्तो के खिलाफ शिकायत दर्ज की और उन्हें भी झूठे आरोप में फंसाने का प्रयास किया. रोडगे परिवार ने यह भी बताया कि, जिस दिन यश की हत्या हुई थी, उस दिन सतीश पालवे और उसके साथी गोपाल नगर स्थित उनके घर के सामने आये थे. दोपहर 3 से 4 बजे के बीच वे सभी बेवजह गालीगलौज करने लगे और यह भी कह रहे थे कि, आज तो इसका काम पक्का है. उन्होंने घर के सामने खडे होकर चाकू भी दिखाया था. यह सभी बातें थाने में दर्ज शिकायत में लिखी गई है. फिरभी पुलिस ने अब तक सतीश पालवे और नितिन इंगले को गिरफ्तार क्यों नहीं किया, यह समझ से परे है. हत्या के मामले में सतीश पालवे को भी गिरफ्तार करने की मांग रोडगे परिवार ने पत्र-परिषद में की.

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