अमरावती

शकुंतला को पुन: शुरु किये जाने हेतु सत्याग्रह समिति आक्रामक

सत्याग्रह समिति के प्रनेता विल्हेकर ने दी जानकारी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२ – अचलपुर यवतमाल के बीच दौडने वाली शकुंतला नैरोगेज रेलगाडी स्वतंत्रता के पश्चात भी ब्रिटीश कंपनी के ही नियंत्रण में थी. भारत सरकार द्बारा ब्रिटीश सरकार से करार किये जाने के पश्चात शकुंतला रेल मुक्त हुई. किंतु यह रेल अभी भी बंद ही है. जिसमें शकुंतला बचाव सत्याग्रह समिति के प्रनेता विजय विल्हेकर ने इस रेल को पुन: चलाये जाने को लेकर आंदोलन की शुरुआत की है.
संबंधित विभाग के अधिकारियों द्बारा गलत प्रस्ताव शकुंतला रेलवे के संदर्भ में भिजवाया गया, ऐसा आरोप सत्याग्रह समिति के पदाधिकारियों द्बारा लगाये गये. इस मार्ग के सभी पुल व्यवस्थित है. अत्यंत कम खर्च में इस ऐतिहासिक रेलगाडी का जतन हो सकता है, ऐसा सत्याग्रह समिति के विजय विल्हेकर ने कहा. उन्होंने ने बताया कि, शकुंतला रेल शुरु किये जाने के संदर्भ में चरणबद्ध आंदोलन किये गये थे.
पहले चरण मेें रेल प्रशासन को निवेदन दिया गया था और रेल को पुन: शुरु किये जाने की मांग की गई थी. दुसरे चरण में रेल विभाग के डीआरएम केडिया जब मुर्तीजापुर रेलवे स्थानक पर आये थे तब उन्हें निवेदन दिया गया और उनके साथ चर्चा की. उस समय डीआरएम केडिया ने कहा था कि, इस काम के लिए 300 करोड रुपए खर्च आने वाला है और उन्होंने सहकार्य करने का आश्वासन भी दिया था. अब शकुंतला को शुरु करने हेतु फिर से आंदोलन शुरु किये जाने की जानकारी विजय विल्हेकर ने दी.

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