पारंपरिक भक्ति और लोकगीतों से साकार हुआ सौराष्ट्र
मां चामुण्डा की निकली कलश यात्रा
* 60 वर्षों पश्चात शहर में पहला आयोजन
अमरावती/दि.20– गुजराती जनक्षत्रिय मोची समाज की ओर से गुरुवार को शहर में चामुंडा माता की कलश यात्रा निकाली गई. इस यात्रा में स्वजातीय समाजबंधुओं के अलावा संपूर्ण गुजराती समाज बंधुओं ने हिस्सा लिया. परंपरागत गाजे-बाजे तथा भक्तिगीत के वातावरण में निकली कलश यात्रा से वातावरण प्रफुल्लित हो उठा.
देश में भक्तिमय वातावरण के बीच शहर में मां चामुंडा के कलश दर्शन का अवसर शहरवासियों को मिला. गुरुवार को सतीधाम मार्केट स्थित गोहिल परिवार की ओर से इस कलश यात्रा का आयोजन किया गया था. तीन महीने से चली आ रही तैयारियों के बीच गुरुवार को इस कलश यात्रा में गुजराती जनक्षत्रिय मोची समाज बंधुओं के अलावा अन्य गुजराती समाज बंधुओं ने हिस्सा लिया. यहां बता दें कि, इस तरह की कलश यात्रा का आयोजन गुजरात के सौराष्ट्र में किया जाता है. विगत 60 वर्षों पश्चात शहर में मां चामुंडा की कलश यात्रा का यह पहला आयोजन है, जिसे गोहिल परिवार ने पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाया. विगत तीन महीने से इस यात्रा को लेकर समाजबंधुओं की ओर से नियोजन चल रहा था.
* विविध मार्गों से किया भ्रमण
कलश यात्रा ने शहर के विविध मार्गों से भ्रमण किया. सरोज चौक, श्याम चौक, राजकमल चौक होते हुए कलश यात्रा अंबापेठ स्थित उजंबा वाड़ी पहुंची. कलश यात्रा में पुरुष तथा महिलाएं अपनी पारंपरिक वेशभूषा में सम्मिलित हुए. पारंपरिक भक्तिगीत के साथ उजंबा वाड़ी पहुंची कलश यात्रा का स्वागत किया गया.
कलश यात्रा पहुंचने के पश्चात मां चामुंडा के तैलचित्र का विधिवत पूजन हुआ. पश्चाात भक्तों के लिए महाप्रसाद का आयोजन किया गया था. सभी गुजराती बंधुओं ने महाप्रसाद का लाभ उठाया.
* भक्तिगीत और लोकगीतों की प्रस्तुति
दो दिवसीय इस आयोजन की शुरुआत गुरुवार से हुई. दिनभर चले धार्मिक आयोजन के पश्चात रात 9 बजे से गुजरात के सुरेंद्र नगर से आए कलाकार बिपिनभाई नागर, वसंतभाई नागर ने भक्तिगीत और लोक गीत प्रस्तुत किए. डाखले के नाम से पहचाने जाने वाले भक्तिमय भजन-गीतों से उजंबावाड़ी मानों सौराष्ट्र प्रतीत हो रही थी. शुक्रवार की दोपहर तक यह धार्मिक पर्व चला.
* इनकी रही उपस्थिति
कलश यात्रा में रायपुर, अकोला, यवतमाल सहित संपूर्ण विदर्भ से भक्तगणों ने हिस्सा लिया. ठाकुर गोहिल, सुरेशभाई गोहिल, विवेकभाई गोहिल, महेंद्रभाई गोहिल, चंद्रकांतभाई गोहिल, आनंदभाई गोहिल, मनसुखभाई गोहिल, रमेशभाई गोहिल की उपस्थिति में खुशालभाई, राजूभाई, हर्षदभाई उपाध्याय, खुशाल पटेल, राजूभाई मालवीय की मौजूदगी में समारोह संपन्न हुआ. इस अवसर पर गुजराती नवयुवक मंडल की भी उपस्थिति रही.