सावनी शेंडे, संजीव अभ्यंकर के गीतों का शहरवासी लुत्फ उठायेंगे 22 को
रायसोनी विद्यापीठ की ओर से ‘क्लासिकल कॉनक्लेव’ आयोजन
अमरावती/ दि. 6 – शास्त्रीय गायन के माध्यम से घर-घर में पहुंचे लोकप्रिय ठुमरी गायिका सावनी शेंडे और शास्त्रीय गायक संजीव अभ्यंकर की गायकी का स्वाद शहरवासियों को गुरूवार 22 जून को शाम 6.30 बजे उठाने का अवसर मिलेगा. जीएच रायसोनी विद्यापीठ, अमरावती की ओर से संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में इस महफिल का आयोजन किया गया. जीएच रायसोनी विद्यापीठ, अमरावती की ओर से संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में इस महफिल का आयोजन किया गया है. जीएच रासयोनी स्पोर्ट्स एंड क्लचरल फाउंडेशन की ओर से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. रसिकों के लिए यह कार्यक्रम नि:शुल्क रखा गया है. उम्र के केवल 12 वें वर्ष मेें राष्ट्रपति के समक्ष गायन प्रस्तुत करने का सम्मान प्राप्त करनेवाली सावनी शेंडे और ‘गॉड मदर’ इस फिल्म के लिए सर्वोत्कृष्ट गायिका का राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त और हिंदूस्तानी शास्त्रीय गायक पंडित संजीव अभ्यंकर की शास्त्रीय गायिका का शहरवासी 22 जून को लुत्फ उठाएंगे, कार्यक्रम की नि:शुल्क प्रवेशिका प्राप्त करने के लिए नितिन भट से मो. नं. 9850951814 अथवा डॉ. अमर मोरे से 9423621602 पर संपर्क करने का आवाहन रायसोनी विद्यापीठ के कुरूगुरू डॉ. विनायक देशपांडे, स्टुडंट वेलफेअर डीन प्रो. स्नेहिल जयस्वाल ने किया है.
सावनी शेंडे की गायकी में किराना और ग्वालियर घराने की गायकी का संगम है तथा वे आज अग्रणी शास्त्रीय गायिका है, ‘झाले मोकळे आकाश’ इस सीरियल का शीर्षक भी उन्होंने दिया है तथा उन्हें रापा इंटरनेशनल पुरस्कार प्राप्त हुआ है. देश- विदेश में शास्त्रीय गायन के कार्यक्रम करनेवाली सावनी शेंडे का‘हदय स्वर’ यह पुस्तक प्रकाशित कर चुका है.
उम्र के 8 वें वर्ष से संगीत की शिक्षा लेनेवाले संजीव अभ्यंकर स्वयं पं. वसंतराव देशपांडे और पं. जशराज के शिष्य है. माचिस, निदान, दिल पे मत ले यार आदि फिल्मों के लिए उन्होंने पार्श्वगायन किया है. देश में ही नहीं बल्कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कैनाडा, अफ्रिका इन देशों में भी उनकी गायकी पहुंची है.