अमरावती

ठेके पर काम करने वालों को बेरोजगार होने से बचाएं

कोविड-१९ के लिए काम करने वाले कर्मचारियों की मांग

  • जिलाधिकारी के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा ज्ञापन

अमरावती प्रतिनिधि/दि. ४ – सुपर स्पेशालिटी के कोविड अस्पताल में अपनी जान खतरे में डालकर अस्पताल में सेवा दे रहे है. सभी ओर दहशत रहने के बाद भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए जिला शल्यचिकित्सक के आदेश पर काम किया. मगर अब कोरोना महामारी नियंत्रण में आते ही इन ठेका कर्मचारियों को कार्यमुक्त किया जा रहा है. उन्हें बेरोजगार न किया जाए, ऐसी मांग को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन सौंपा. सौंपे ज्ञापन में उन्होंने बताया कि कोविड अस्पताल में लगातार आईसीयू में उन्होंने मरीजों को सेवा दी. वेंटीलेटर लगाते समय वे सीधे संपर्क में आते थे. गंभीर मरीजों की सभी तरह की स्वच्छता करने का काम वे करते थे. इस दौरान उन कर्मचारियों में से कई लोग संक्रमित भी हुए. इस दौरान प्रसूति भी हुई मगर अपने फर्ज से न डगमगाते हुए सेवा दी गई. जिस समय मरीजों के रिश्तेदार उन्हें अपने पास फटकने नहीं देते थे उस समय मानव सेवा ही ईश्वर मानकर काम किया. इस वजह से सहानुभूतिपूर्वक विचार कर कोविड-१९ अंतर्गत भरे गए पदों को समयावधि बढाकर दी जाए तथा विशेष परीक्षा या आरक्षण देकर सेवा में शामिल करे, ऐसी मांग करते हुए ममता वाघाडे, निकीता वाकोडे, स्नेहा कावनपुरे, प्रियंका गजभिये, पूनम भुरभुरे, नेलसन चव्हाण, शुभम तेजने, अश्विनी ताकसांडे, पूजा तेलंग, पल्लवी कपले, भारती मेश्राम, प्रियंका वडुरकर, बबीता इंगले, माधुरी बालकर, प्रिती पैठनकर, सोलमन सालवे, स्नेहल गडqलग, अंबिका भगत, मंजिरी मोहोड, तृप्ती खंडागले, आकाश सारस्कर, शिल्पा बढे समेत अन्य कर्मचारी बडी संख्या में उपस्थित थे.

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