हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए ‘इंसानियत बचाओ’ रैली
इंसानियत और आपसी भाईचारे का संदेश दे रहे मुफ्ती सालिम, बडनेरा में आगमन होने पर किया गया स्वागत
अमरावती /दि. २२- हिंदुस्तान में अमन और शांति का माहौल खत्म होता होता नजर आ रहा है. मजहबी विवाद के चलते एक समाज दूसरे समाज से दिन-ब-दिन दूर हो रहा है. इस बात से आहत होकर अल इंसाफ पब्लिक फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष मुफ्ती सालिम ने १९ फरवरी से इंसानियत बचाओ रैली की नागपुर से शुरुआत की है. इस रैली के माध्यम से वे नागपुर से लेकर मुंबई तक सफर करेंगे और इस सफर में नागपुर से लेकर जितने छोटे-बड़े तहसील और शहर आते हैं इन जगहों पर जाकर इंसानियत और आपसी भाईचारे का संदेश दे रहे हैं. इसी संदेश को लेकर वह आज दोपहर १२ बजे बडनेरा जुनी बस्ती स्थित हजरत अलमासा गेट के पास पहुंचे थे और उनके पहुंचते ही एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. सर्वप्रथम उनका स्वागत किया गया. इस अवसर पर पूर्व नगरसेवक मोहम्मद इमरान, अब्दुल मोबिन अब्दुल रशीद, शेख नूर शेख बिस्मिल्लाह, अयूब खान, शिवसेना जिला प्रमुख सुनील खराटे, अब्दुल सत्तार पहलवान, रऊफ खान उपस्थित थे. मंच पर उपस्थित सभी मान्यवर ने देश के मौजूदा हालात एवं हिंदू मुस्लिम भाईचारे के संदर्भ में अपने-अपने संदेश दिए कार्यक्रम के अंत में ‘इंसानियत बचाओ हिंदू मुस्लिम नफरत हटाओ’ यह नारा देते हुए मुफ्ती सालिम ने अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने दौरे हाल में इस बात पर जोर दिया कि सभी समाज के लोगों में एकजुटता होनी चाहिए जिससे हमारा देश प्रगति करेगा. यदि हम लोगों में आपसी मतभेद रहा तो हमारे देश में अमन और शांति कभी नहीं आएंगी. इसके लिए हमें जरूरत है कि कुछ समाज कंटक जो समाज में जात-पात का मुद्दा बनाकर आपसी मतभेद बढ़ा रहे हैं. उनसे दूरी बनाए और इंसानियत का नारा देते हुए उन्होंने जोरदार अपील की. पहले हमे इंसाफ देने वाला बनना होगा तब ही हमें इंसाफ मिलेगा और इसके लिए हमें अपने घर से शुरुआत करनी पड़ेगी. इंसानियत बचाओ रैली १९ फरवरी से नागपुर से शुरू होकर मुंबई में समाप्त होंगी. कार्यक्रम का मंच संचालन रहमत खान ने किया. कार्यक्रम के अंत में मुफ्ती सालिम सहित सभी मान्यवरों ने जनता से विचार विमर्श किया. जुनी बस्ती वासियों ने मुफ्ती सालिम को उनके सराहनीय कार्य के लिए शुभकामनाएं देकर विदाई दी.