अमरावतीमहाराष्ट्र

सायत-नांदेड पगडंडी रास्ता केवल दस्तावेजों पर

मियाद बीतने के बाद भी वहां रास्ते का पता नहीं

* नितिन कदम का घोटाला उजागर करने का दावा
अमरावती/दि.21– भातकुली ग्रामीण क्षेत्र में अनेक वर्षों से प्रतीक्षित सायत-नांदेड मुख्य सडक की दुरावस्था होने के बाद वहां पगडंडी सडक के निर्माण का क्या हुआ, ऐसा सवाल उपस्थित होता है. किंतु कृषि के लिए अच्छी सडक होने पर कृषि माल के यातायात का उसी प्रकार अत्याधुनिक यंत्र खेत में ले जाए जा सकें, इस उद्देश्य से मातोश्री ग्राम समृद्धि पगडंडी सडक योजना के समान अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं. उसी संदर्भ में राज्य सरकार ने प्रस्ताव भी मंगवाए. इसके अलावा इन सडकों के कामों को मंजूरी भी मिल गयी है, किंतु 14 जून 2024 काम पूर्ण करने की अंतिम तिथि होने के बावजूद भी प्रत्यक्ष में काम की शुरुआत ही नहीं हुई. आसरा से नांदेड पगडंडी सडक का निर्माण कार्य क्रमांक नं. 17/एसडीओ/2022/2023 के अनुसार 24 लाख 88 हजार 950 रुपयों के काम मंजूर किए गए थे. किंतु आज भी परिस्थिति जैसे थे होने के कारण से संकल्प शेतकरी संगठन के नितिन कदम ने रोष व्यक्त किया है.
प्रस्तावित स्थान पर अभी तक काम भी शुरु नहीं हुआ. यहां रेतीला भू भाग व मिट्टी के ढेर दिखाई पडते हैं. किसानों के साथ नितिन कदम ने उस स्थान पर जाकर निरीक्षण किया. बारिश में बडे प्रमाण में किसानों को भारी कसरत करनी होगी, यह स्थिति प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी वैसे ही है. अभी तक सडक के अभाव में किसानों का भारी नुकसान हुआ है. यातायात की समस्या होने के कारण किसानों की इच्छा होने के बावजूद भी उन्होंने नगद फसल लेना संभव नहीं हुआ. इसके अलावा यंत्र सामग्री भी खेतों में ले जाना संभव नहीं हुआ. अब इस सडक के काम को मंजूरी मिलने के बाद भी सही किंतु यह समस्या हल होगी, ऐसी आशा किसानों को थी. किंतु प्रत्यक्ष में खेत शिवार में सडक के काम को लेकर कोई भी हलचल दिखाई नहीं देती.

बारिश से पूर्व काम शुरु नहीं हुए इसलिए इस बार की बारिश में किसानों की फजीहत ही होने वाली है. जिस तत्परता से योजना का नामकरण हुआ, उसी तत्परता से अमल भी हो, ऐसी अपेक्षा स्थानीय किसानों को थी. इसी दौरान कृषि उत्पादनों को योग्य भाव नहीं मिलना, यह भी बडी समस्या किसानों के समक्ष है ही, किंतु वह माल खेत से बाजार तक पहुंचाना भी एक समस्या ही है. उसी प्रकार खेती के मशागत के लिए अत्याधुनिक यंत्र खेत में ले जाने की भी काफी बडी समस्या किसानों के समक्ष खडी है.
बारिश शुरु हो गयी है, उससे पूर्व ये काम पूर्ण हो जाएं, ऐसी किसानों की अपेक्षा थी. किंतु किसानों को केवल लॉलीपॉप पकडाया गया, ऐसा दिखाई देता है. इसमें राजकीय हस्तक्षेप के कारण होने वाली अधिकारियों की मिलीभगत व ठेकेदार की मुंहजोरी के कारण भारी घोटाला इस निर्माण कार्य में होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. अत: इस मामले में प्रत्येक की भूमिका संदेहास्पद होने की बात किसानों व नागरिकों द्वारा कही जा रही है. इस बार इस काम का निरीक्षण करने गए, तब संकल्प शेतकरी संगठन के नितिन कदम, स्वप्निल मालधुरे, अभिषेक सवई, रोशन संकेत आदि सहित परिसर के किसान व संगठन के सदस्य तथा पदाधिकारी उपस्थित थे.

इस पगडंडी सडक के निर्माण कार्य को पूर्ण होने की प्रशासन की अंतिम तारीख भी निकल गयी, किंतु अभी तक यह काम प्रारंभ भी नहीं हुआ है. बारिश शुरु हो जाने से अब किसानों को आवागमन के लिए भारी परेशानियां उठानी पडेंगी. तहसील में बडे प्रमाण में घोटाले होने के बावजूद भी प्रशासन क्यों चुप्पी साधे है? ऐसा प्रश्न उपस्थित होता है. ऐसे में यहां के ठेकेदार का लाइसेंस रद्द करके उस पर कानूनी कार्रवाई की जाए.
– नितिन कदम,
अध्यक्ष, संकल्प शेतकरी संगठन.

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