कौडण्यपुर में अंबा रुख्मिणी महोत्सव दौरान नयनरम्य बोटिंग स्पर्धा
महाराष्ट्र में पहली बार बोटिंग स्पर्धा आयोजित करने वाले पहले स्थान पर रहा अंबा रुख्मिणी महोत्सव
* भव्य नदी घाट पर फटाखों का जल्लोष व हजारों की भीड तथा 1 लाख दीयों का दीपोत्सव बना मुख्य आकर्षक
कौडण्यपुर/दि.3– विदर्भ की पुरातन राजधानी नामक अंबा रुख्मिणी महोत्सव 2024 में कौंडण्यपुर में नयनरम्य बोटिंग शो यानी नौका स्पर्धा का विहंगमय दृश्य कौडण्यपुर की वर्धा नदी के तट पर 29 नवंबर को आयोजित किया गया था. फटाखों की आतिषबाजी, हजारों लोगों की भीड इस महोत्सव का विशेष आकर्षक रही. विशेष यह कि महाराष्ट्र में पहली बार ऐसा अनोखा उपक्रम आयोजित किया गया. इस बोटिंग स्पर्धा में पूरे महाराष्ट्र से उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला. बोट चालकों ने बहुत ही उत्साह से इस स्पर्धा में सहभाग लेकर नयनर्मय प्रस्तुती दी.
अंबा रुख्मिणी सांस्कृतिक महोत्सव समिती की ओर से आयोजित इस बोटिंग स्पर्धा में अंबा रुख्मिणी महोत्सव 2024 के स्वागताध्यक्ष रविराज देशमुख (प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी) तथा प्रमुख उपस्थिती के रुप में सचिन देव महाराज (श्री संत अच्युत महाराज के परम शिष्य), शिल्पा हांडे (पूर्व सभापती, पं. स. तिवसा) डॉ. मयूर कलसे (तहसीलदार), डॉ. अभिषेक कासोदे (गट विकास अधिकारी, पंचायत समिती तिवसा), गायत्री देशमुख (कोषाध्यक्ष, महाराष्ट्र ग्राम दर्पण), वर्षा गाडगे (महिला जिलाध्यक्ष, ओबीसी मोर्चा अमरावती) आदि उपस्थित थे.
बोटिंग स्पर्धा की शुरुआत फटाखों की आतिषबाजी से की गई. जिसके बाद प्रेक्षकों की भारी भीड ने तालीयों की गडगडाहट से नाव चालकों का उत्साह बढाया. श्री विठ्ठल रुख्मिणी मंदिर के सामने शुरू हुई यह स्पर्धा वर्धा नदी के पल तक रखी गई थी. इस स्थान पर रिबीन लेकर जो बोट सबसे पहले वापस आयी ऐसी बोट को प्रथम, व्दितीय व तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया. नरनम्य बोटिंग स्पर्धा में अमरावती व वर्धा जिले की सीमा पर हजारों प्रेक्षकों की भीड दिखाई दी.
1 लाख दिवाली के दीपोत्सव से महोत्सव की शुरूआत
अंबा रुख्मिणी महोत्सव के उद्घाटन समारंभ में 1 लाख दीयों के दीपोत्सव यह विशेष आकर्षण रहा. इस दीपोत्सव में सैकडों महिलाओं ने सहभाग लेकर प्रत्येक ने हजारों दीप प्रज्वलित किए. इस समय अनोखा उत्साह देखा गया. पश्चात स्वागताध्यक्ष रविराज देशमुख व मान्यवरों के हाथों गंगा आरती की गई.
दो बडी नावों में अंबा रुख्मिणी माता की प्रतिमा ने खींचा ध्यान
तीसरे राऊंड में दो बडे बोट में अंबा रुख्मिणी माता की प्रतिमा को नौका प्रदर्शन हेतु रखा गया. जिसके कारण यह स्पर्धा व महोत्सव और भी आकर्षक बन गई. इस प्रदर्शनी के बाद बोटिंग शो का समापन किया गया. इस समय महोत्सव समिती के अक्षय पुंडेकर ने प्रस्ताविक दी. कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रदर्शन गजानन रावजी बांबल ने किया. आयोजन को सफल बनाने हेतु दिनेशराव ठाकरे, अंकुशराव देऊलकर, अमोल पुंडेकर, प्रा. रंजनसेन शेंडे, अमोलराव शेंडे, सुभाषराव खंडारे, संतोष मठीये, आकाश ठाकरे, रोशन भगत, प्रतीक कदम, निखिल ठाकरे, प्रयास भाकरे, वेदांत वानखडे, वैभव हेटे, हर्षल खंडारे, स्वप्नील केवदे, सतीश केवदे, सुरज केवदे, दीपक केवदे, आकाश गायकवाड, स्वप्नील खेडकर, चंदूभाऊ ठाकरे, लखन वैरागडे, सुभाषराव खंडारे, गणेशराव बांबल, श्रीरामजी केवदे, पांडुरंगजी सराडे, दिलीपराव मेहकर, आशीष राव डुबे, संतोष साठवणे, गोपी वेरूलकर, शाम नरखेडकर, उमेश श्रीखंडे, गोपालराव राठोड, सचिन इंगले, प्रतीक सावले, चित्रा बरगट, सतीश निमकर, प्रमोद सपकाल, प्रशांत कडू, अर्पित डुबे, गोपीभाऊ वेरुलकर, दिपकराव जुमडे, दीपक केवदे, दक्ष खंडारे, मानव गोरडे सहित श्री अंबा रुक्मिणी महोत्सव समिती के सभी सदस्य, पदाधिकारी, गाववासी व भाविक भक्त बडी संख्या में उपस्थित थे.