अमरावती

स्कूल की दीवारे हुई गुंगी, ब्लैक बोर्ड पर चढ़ी धूल की परत

घर बैठे हो रही छात्रों की ऑनलाईन पढ़ाई

परतवाडा प्रतिनिधि/दि.२२ – कोरोना महामारी ने पूरे विश्व की तस्वीर को बदलने का काम कर दिया है. आज भी कोरोना महामारी का प्रकोप बरकरार है. जिसके चलते स्कूल और महाविद्यालयों को ताले लगे नजर आ रहे है. ग्रामीण इलाको में भी यही हालात है. ग्रामीण क्षेत्रों में जहा स्कूलों में विद्यार्थियों की किलबिलाहट सुनने को मिल रहीथी वही अब स्कूलों की दीवारे गूंगी नजर आ रही है. यही नहीं तो ब्लेक बोर्ड पर भी धूल की परत चढ़ गई है.आज ब्लैकबोर्ड की जगह एन्ड्राईड मोबाइल ने ले ली है. घर बैठे विद्यार्थी ऑनलाईन पढ़ाई करते नजर आ रहे है.
यहां बता दे कि एक दौर था जब स्कूल और महाविद्यालय में मोबाइल लाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई गई थी. लेकिन अब कोरोना महामारी ने छात्रों की पढ़ाई का जरिया एन्ड्राईड मोबाइल को ही बना दिया है. वर्तमान में कोरोना महामारी नियंत्रण में आने के बजाय तेजी से बढ़ रही है. हालात काफी विकट हो चुके है. कोरोना महामारी से निपटने के लिए घोषित किए गये लॉकडाऊन का भी असर कोरोना पर नहीं हो रहा है. कोरोना अभी भी तेजी से अपने पांव पसारता जा रहा है. बीते मार्च माह से स्कूल की घंटी नहीं बजी है. स्कूलों की परीक्षाओं पर भी परिणाम हुआ है. स्कूलों में बच्चों की किलकिलाहट नजर नहीं आ रही है. स्कूल की दीवारे पूरी तरह से गूंगी नजर आ रही है. यहीं नहीं तो ब्लैकबोर्ड पर भी केवल धूल की पर्त नजर आ रही है. शिक्षक केवल स्कूलों में जाकर शैक्षणिक काम निपटा रहे है. लेकिन कक्षाओं का आयोजन नहीं हो रहा है. शिक्षक गुगलमीट, दीक्षा एप, वॉट्सअप ग्रप के माध्यम से छात्रों को पढ़ाई करवा रहे है. लेकिन इस दौर में भी इंटरनेट की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है. आज पूरी पढ़ाई ऑनलाइन ही की जा रही है.यह सिलसिला कितने दिनों तक चलेगा. इस बारे में भी कोई जानकारी फिलहाल नहीं है.

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